पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में दिग्गज नेताओं के बीच अंदरूनी तकरार काफी बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। खासतौर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो उपेंद्र कुशवाहा से इतने नाराज हैं कि उन्होंने पत्रकारों को साफ तौर पर कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की किसी बात पर हमसे कुछ मत पूछिए। जो मन में आता है बोलते रहे। पार्टी के कोई नेता भी उनकी बात पर कुछ नहीं बोलेगा। नीतीश के इस बयान में उनकी तल्ख़ी साफ नजर आ रही थी।
नीतीश कुमार ने आगे कहा- 'सुशील मोदी बेचारे बोलते हैं, हमको उनके बयान से कोई मतलब नहीं है, हमारे साथ राजद के लोग आएं तब बोल रहे हैं... हमको कोई लेना-देना नहीं है।' दरअसल जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच नेताओं के बयान में तेजी और तल्खी आ गई है। उधर, उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया कि उनके गुरु और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘राजनीतिक रूप से कमजोर’ करने की ‘साजिश’ के तहत उनको पार्टी में कमजोर किया गया।
गलतफहमियों को दूर करने का मौका दिया जाए-कुशवाहा
पटना में मीडिया से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि उन्हें एक मौका दिया जाये तो वह सभी गलतफहमियों को दूर करने के लिए तैयार हैं। इसके पहले दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं से कुशवाहा की मुलाकात को लेकर कई लोगों की त्योरियां चढ़ गई थीं। कुशवाहा ने कहा, ‘एक स्पष्टीकरण के लिए नीतीश कुमार मुझे तलब कर सकते हैं। पार्टी की एक बैठक भी आयोजित की जा सकती है। लेकिन मुख्यमंत्री को कमजोर करने की किसी भी कोशिश के खिलाफ मैं अपनी आवाज बुलंद करना जारी रखूंगा।’
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आयोजित पार्टी के समारोहों से खुद को बाहर रखे जाने पर नाराजगी जताई। कुशवाहा ने आरोप लगाया, ‘राष्ट्रीय जनता दल (राजद) आधिकारिक रूप से कहती रही है कि उसने हमारी पार्टी के साथ गठबंधन के समय एक समझौता किया था, लेकिन उनके दावे की असलियत से उन लोगों को हमें अवगत कराना चाहिए जिन्हें इसके बारे में जानकारी है।’
कुशवाहा ने कहा, ‘कुछ समय के लिए मैं नीतीश कुमार से अलग रहा, लेकिन जब मैंने उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर होते देखा तो मैं लव-कुश (कुर्मी-कोइरी) एकता और अति पिछड़ा वर्ग के व्यापक हित में अपनी पार्टी आरएलएसपी का विलय करके वापस आ गया। उन्होंने कहा कि कमजोर करने की साजिश अब भी जारी है और वह इसके खिलाफ बोलना जारी रखेंगें। उन्होंने दावा किया कि मीडिया द्वारा राज्य की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर बार-बार ‘मुझे जानकारी नहीं ’ कहकर मुख्यमंत्री लोगों में एक खराब धारणा बना रहे हैं।
इनपुट-एजेंसी
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