मुजफ्फरपुर: बिहार में पिछले दिनों पुलों के धाराशायी होने की घटनाओं ने आम आदमी की चिंताएं बढ़ा दी है। इस बीच मुजफ्फरपुर में एक निर्माणाधीन पुल में दरार पड़ गई है। जैसे ही एनएचएआई के अधिकारियों को दरार की खबर मिली, उसे भरने की कोशिश शुरू हो गई। पुल की मरम्मत में पूरा अमला जुट गया।
निर्माणाधीन पुल में आई दरार से लोगों की चिंता बढ़ी
दरअसल, हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास अभी निर्माणाधीन है और इसे इसी साल दिसंबर तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। कई जगहों पर काम अपनी पूरी रफ्तार से चल रहा है। इसी बीच मधौल में बने पुल की रेलिंग में मोटी-मोटी दरारें आ गईं। पुल में आई दरार को देखकर लोगों ने इस बात की चिंता बढ़ गई कि कहीं इस पुल का हश्र भी उन पुलों की तरह न हो जाए जो पिछले एक महीने में धाराशायी हो गए हैं। लोगों के बीच इस बात की आशंका जताई जाने लगी कि यह पुल कभी भी गिर सकता है और इससे जानमाल की नुकसान हो सकता है।
एनएचआई के अधिकारियों ने शुरू कराई मरम्मत
इस बीच पुल में दरार की खबर मिलते ही इस पुल का निर्माण कर रही एजेंसी और उसके अधिकारी हरकत में आ गए। आनन-फानन में निर्माण एजेंसी ने मजदूरों को लगाकर इन दरारों को सीमेंट का घोल बनाकर भरने की कोशिश की गई। हालांकि सीमेंट का घोल सूखने के बाद एक बार फिर से दरारें दिखने लगीं। इसके बाद यह मामला एनएचएआई के अधिकारियों के संज्ञान में आया। एनएचएआई के इंजीनियर ने मौके पर पहुंचकर निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया और तुरंत इसकी मरम्मत शुरू कराई।
पिछले 11 दिनों में पांच पुल गिरे
आपको बता दें कि बिहार में पिछले 11 दिनों में पांच पुल धाराशायी हो चुके हैं। अररिया, सीवान, झंझारपुर, किशनगंज, पूर्वी चंपारण में पुल धवस्त होने की घटना सामने आ चुकी है। शुक्रवार को मधुबनी में निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिर गया। यह पुल तीन करोड़ की लागत से बन रहा था। बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस पुल का निर्माण कराया जा रहा था।
(रिपोर्ट-संजीव कुमार)