पटना: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान नौ और लोगों की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या मंगलवार को 9514 हो गई। वहीं 410 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 7,17,949 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम चार बजे से मंगलवार शाम चार बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण के जो 410 नए मामले प्रकाश में आए हैं उनमें प्रदेश की राजधानी पटना में सबसे अधिक 57 मामले सामने आए हैं। पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत होने से लेकर अब तक बिहार में इससे संक्रमित होने वालों की संख्या 7,17,949 पहुंच गयी है जिनमें से 7,04,075 मरीज ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर 813 मरीज ठीक हुए हैं।
बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 1,15,280 नमूनों की जांच की गयी जबकि पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत होने से लेकर अब तक प्रदेश में 3,15,44,695 नमूनों की जांच की गयी है। बिहार में वर्तमान में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4359 है और कोरोना वायरस से ठीक होने की दर 98.07 प्रतिशत है। प्रदेश में मंगलवार को 18 से 44 वर्ष और 45 वर्ष से ऊपर सहित 48,805 लोगों ने कोविड-19 का टीका लिया और प्रदेश में अब तक 1,23,10,485 लोग टीका लगवा चुके हैं।
ब्लैक फंगस से अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से पिछले 24 घंटों के दौरान दो मरीजों की मौत हुई है, जबकि इस रोग से ग्रसित 311 मरीज अभी भी इलाजरत हैं। स्वास्थ्य विभाग से मंगलवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश में ब्लैक फंगस के अब तक 582 मामले प्रकाश में आए हैं जिनमें से 16 मामले पिछले 24 घंटे के भीतर प्रकाश में आए हैं। बिहार में ब्लैक फंगस से पीड़ित 191 मरीज अब तक ठीक हुए हैं जिनमें पिछले 24 घंटे के भीतर ठीक हुए 11 मरीज भी शामिल हैं।
इस बीच केंद्र सरकार ने कहा कि सात मई को देश में कोविड-19 के सर्वाधिक मामले आने के बाद से अब रोजाना संक्रमण के मामलों में करीब 85 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है और 20 राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां उपचाराधीन मरीजों की संख्या 5,000 से कम है। कोविड के डेल्टा स्वरूप के बारे में सरकार ने कहा कि यह मार्च महीने से ही प्रभाव में था और अब चिंता का कारण नहीं है।
सरकार ने कहा, ‘‘हमें इसके बारे में और अधिक जानना होगा तथा उस पर नजर रखनी होगी।’’ सरकार ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर के दौरान 11.62 प्रतिशत मामले 20 साल से कम आयुवर्ग के लोगों में थे, जबकि पहली लहर में ऐसे मामलों की संख्या 11.31 फीसद थी।
सरकार ने कहा कि कोविड के मामलों की सर्वाधिक साप्ताहिक संक्रमण दर 21.4 प्रतिशत रही है, जो 4 से 10 मई के सप्ताह में दर्ज की गयी थी और तब से इस दर में 78 प्रतिशत की तीव्र गिरावट देखी गयी है।
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