पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने पार्टी के नेता के रूप में मान्यता देने के लिए मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने राजभवन में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, ‘लालू जी ने मेरे पिता के साथ काम किया और इन दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंध बहुत सहज थे। मैं व्यक्तिगत रूप से एक पिता की तरह उनका सम्मान करता हूं।’ चिराग पासवान उत्तर बिहार में दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर राज्यपाल फागू चौहान को ज्ञापन सौंपने राजभवन पहुंचे थे।
‘चिराग पार्टी के केंद्र में बने रहेंगे’
पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि क्या वह राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ जा सकते हैं, उन्होंने कहा कि वह वर्तमान में राज्य में चल रही आशीर्वाद यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इससे पहले दिन में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि LJP में चाहे जो भी हो रहा हो, चिराग पासवान ही इस पार्टी के नेता हैं। लालू ने नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, ‘चिराग पासवान ने बिहार में बड़े उतार-चढ़ाव के बावजूद खुद को पार्टी के नेता के रूप में स्थापित किया है। वह पार्टी के केंद्र में बने रहेंगे।’
‘बिहार में किंग मेकर बन सकते हैं चिराग’
राजनीतिक हलकों में 'किंग मेकर' माने जाने वाले लालू प्रसाद ने कहा कि चिराग पासवान दलित और महादलित समुदायों में अपनी लोकप्रियता के कारण बिहार में किंग मेकर बन सकते हैं। बता दें कि चिराग पासवान को जुलाई के महीने में उस समय झटका लगा था जब उनके चाचा पशुपति कुमार पारस ने विद्रोह कर दिया था और 5 सांसदों के समर्थन से पार्टी को विभाजित कर दिया। पार्टी में हुई टूट के बाद कई राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने चिराग पासवान के नेतृत्व को चुनौती दी। वहीं, पशुपति कुमार पारस को केंद्र में मंत्री बनाया गया।