केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राजद की ओर से पार्टी में टूट की संभावना को लेकर दिए बयान पर कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी के सांसद खुद इस बात का स्पष्टीकरण दे चुके हैं। हर कार्यक्रम में मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर भी उन्हीं लोगों की सहमति थी, तो जो लोग सोचते हैं कि इस तरीके की अफवाह को हवा देकर चिराग पासवान को डरा दिया जाएगा, चिराग पासवान या लोजपा के बढ़ते प्रभाव को इस तरीके की अफवाह से डराकर विपक्ष की रोकने की यह सोच कभी धरातल पर नहीं उतरेगी।
कोलकाता कांड पर दिया बयान
बंगाल की घटना पर चिराग ने कहा, "देश की राष्ट्रपति महामहिम जब खुद ऐसी घटना के ऊपर चिंता व्यक्त करती हैं, तो ऐसे में उन सरकारों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है, जिनके राज्य में इस तरह की घटना को होने दिया जाता है। यह भी समझने की जरूरत है कि वह व्यक्ति कहीं ना कहीं सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बना हुआ था, जिसकी वजह से उसे सरकारी डिपार्टमेंट में आने और जाने का ईजी एक्सेस था। अगर ऐसी व्यवस्था किसी व्यक्ति को दे रहे हैं और सरकार का संरक्षण ऐसे व्यक्ति को मिल रहा है, तो चिंता की बात है। आज की तारीख में कुछ राजनीतिक दल हैं जो अपने पॉलिटिकल कैडर को सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए अलग-अलग योजनाओं का इस्तेमाल करते हैं, दिल्ली में आम आदमी पार्टी को देख लीजिए। जिस घटना को अंजाम बंगाल में दिया गया वह भी कहीं ना कहीं पॉलिटिकल कैडर को सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने की सोच के साथ ही आगे आ रहा था। जब आप उनको सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बना रहे तो क्या उससे पहले उनका पूरा वेरिफिकेशन किया गया है, अगर नहीं किया गया तभी ऐसी घटना अंजाम दिया जाता है।"
आरक्षण पर चिराग क्या बोले?
आरक्षण को लेकर राजद के धरने को लेकर कहा, "जातीय गणना यहां आप कर ही चुके हैं। आरक्षण को लेकर जितनी बातें थीं यह हमारे प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी स्पष्ट तौर पर कह चुके हैं कि आरक्षण के जो प्रावधान बाबा साहब ने बनाए थे उन प्रावधानों के साथ कहीं कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, तो इसके बाद राजनीति करने का क्या मतलब है। जहां तक रही बात जातीय जनगणना को लेकर तो बिहार में जाती आधारित गणना हो ही चुकी है और बाकी राज्यों में जहां पर इसकी चिंता है तो जिस गठबंधन का यह हिस्सा है, वहां क्यों नहीं उस गठबंधन की सरकार जाति आधारित गणना कराती है।"
ममता के भड़काऊ बयान पर चिराग
ममता बनर्जी के बयान को लेकर चिराग ने कहा, "ऐसे शब्द राज्य के मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते। कोई भी बंगाल को जलाने की नहीं सोच रखता है और अगर वहां घटनाएं घटी हैं तो वहां पर पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए। मैं इस बार का पक्षधर हूं कि देश के किसी भी कोने में महिलाओं के साथ अगर इस तरीके की घटना घटती है, तो जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यदि इसका उदाहरण देकर देश को जलाने की सोच राज्य का मुख्यमंत्री रखता है, तो इससे शर्मनाक बात कोई नहीं हो सकती है।"
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