नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी अपने सहयोगियों को मनाने पर जुटी हुई है। बीजेपी नहीं चाहती है कि कोई भी साथी दल चुनाव से पहले उससे छिटके, जिसका नुकसान उन्हें आम चुनावों में उठाना पड़े। इसी क्रम में अभी मिशन बिहार चल रहा है। इस क्रम में सबसे पहले मनमुटाव चिराग पासवान से दूर किया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें मना लिया गया है और सीट बंटवारे पर बात अंतिम दौर में पहुंच गई है। सूत्रों ने बताया कि वैशाली, समस्तीपुर और हाजीपुर सीट चिराग पासवान की पार्टी के हिस्से में आई है। चिराग पासवान खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
पारस गुट से बातचीत का जिम्मा मंगल पांडे को मिला
वहीं अब अगली बार उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की है। बीजेपी ने उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के नेताओं से बातचीत का जिम्मा मंगल पांडे को सौंपा है। इसके साथ ही पारस गुट की तरफ से पार्टी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक मे पशुपति पारस पार्टी के फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। बैठक में यह तय किया गया कि पशुपति पारस की पार्टी के लिए बीजेपी या प्रधानमंत्री का जो भी निर्णय होगा वह स्वीकार्य होगा। इसके साथ ही पशुपति पारस बीजेपी के प्रमुख जेपी नड्डा से भी एक-दो दिनों में मुलाकात करेंगे।
बिहार में सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला अंतिम चरण में
वहीं इससे पहले बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा से बैठक के बाद चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीट बंटवारे के फार्मूले को अंतिम रूप दे दिया है। पासवान ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात के बाद यह घोषणा की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘भाजपा ने मेरी सभी चिंताओं का समाधान किया है। मैं संतुष्ट हूं। उन्होंने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल पर फैसला हो गया है और जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी।