बिहार के औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जानकारी मिली है कि यहां के निगीडीह गांव में दो भाइयों ने अपने बहन के प्रेमी की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी और फिर उसके शव को नहर में फेंक दिया। लेकिन पुलिस ने मामले में तफ्तीश कर उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। सोमवार की शाम 6 बजे समाहरणालय स्थित कार्यालय में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर एसडीपीओ मो. अमानुल्लाह खान ने इसकी जानकारी दी है।
नहर के पास मिला युवक का शव
एसडीपीओ ने बताया कि 27 नवंबर की सुबह 7 बजे यह सूचना प्राप्त हुई थी कि मदनपुर थाना क्षेत्र के लोहसी टोले मुर्गी बीघा के पास उत्तर कोयल नहर के उत्तरी चाट पर एक शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष मदनपुर घटनास्थल पर पहुंचे और एक अज्ञात व्यक्ति का शव पाया जिसकी उम्र 32 साल थी। लाश को देखने पर प्रथमदृष्टिया पुलिस को हत्या का मामला ही लग रहा था। लेकिन शव की पहचान नहीं हो पाई थी। इसके बाद थानाध्यक्ष द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया और उसकी पहचान के लिए 72 घंटे तक सुरक्षित रखा गया। थानाध्यक्ष ने पहचान के लिए प्रचार प्रसार भी कराया था।
मामले में पांच आरोपी हुए गिरफ्तार
इसके बाद 28 नवंबर की सुबह शव की पहचान मदनपुर थाना क्षेत्र के ही छालीदोहर गांव निवासी तेज नारायण यादव के पुत्र महेंद्र यादव के रूप में की गई। उसके बाद परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर पांच नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मदनपुर थाने में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में मामले की जांच की गई और 3 दिसंबर को इस कांड में लिप्त पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
लड़की से कॉल करवाकर प्रेमी को बुलाया
इसके अलावा पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को अभियुक्त कुंदन समीर की निशानदेही पर घटनास्थल के पास से उत्तर कोयल नहर स्थित पानी के नीचे से बरामद कर लिया। एसडीपीओ ने बताया कि जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि मृतक महेंद्र यादव अभियुक्त कुंदन उर्फ समीर सिंह भोक्ता की बहन से बातचीत किया करता था। इसी क्रम में अभियुक्तों ने लड़की के माध्यम से कॉल करवाकर महेंद्र यादव को ग्राम निगीडीह बुलाकर हत्या को अंजाम दिया और उसे मोटरसाइकिल से ले जाकर उत्तर कोयल नहर के चाट में फेंक दिया।
बहन और प्रेमी को समझाने के बाद की हत्या
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में निगिडीह निवासी दुखी सिंह भोक्ता का पुत्र अनिल सिंह भोक्ता और कुंदन उर्फ समीर सिंह भोक्ता, आजाद बिगहा निवासी रामचंद्र रिकियासन का पुत्र सुनील रिकियासन, स्व. रामचरण भुइयां का पुत्र राकेश रिकियासन और कनौदी गांव निवासी प्रमोद सिंह भोक्ता का पुत्र संदीप सिंह भोक्ता शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंदन उर्फ समीर को जब यह पता चला कि महेंद्र का प्रेम प्रसंग उसकी बहन के साथ चल रहा है तो उसे यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपनी बहन और महेंद्र को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन जब कामयाब नहीं हो पाया तो अपने भाई और तीन साथियों के साथ मिलकर बहन को झांसे में रखकर महेंद्र को बुलवाया और प्लानिंग के तहत उसकी हत्या कर दी।
(रिपोर्ट- किशोर प्रियदर्शी)
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