बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को कैंसर हो गया है। सुशील मोदी ने बुधवार को कहा कि पिछले 6 महीने से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में सब कुछ बता दिया है। देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित रहूंगा।
नहीं करेंगे चुनाव प्रचार
सुशील मोदी के बिहार होने से बिहार बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। वह प्रदेश में बीजेपी के सीनियर नेताओं में से एक हैं। बिहार में पार्टी को मजबूत करने में उनका बड़ा योगदान है। बीमार होने की वजह से वह इस बार लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर पाएंगे।
घोषणापत्र समिति में शामिल हैं सुशील मोदी
भाजपा ने सुशील मोदी को अपनी 27 सदस्यीय चुनाव घोषणापत्र समिति में शामिल किया है, जिसके अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल क्रमशः संयोजक और सह-संयोजक हैं। वह प्रदेश में नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम रहे हैं। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा था। जिसका कार्यकाल अभी हाल में ही खत्म हुआ है।
बिहार में सात चरणों में होंगे चुनाव
बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में चुनाव होंगे। बीजेपी, जेडीयू, चिराग पासवान की एलजेपी, हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। सीट बंटवारा भी हो चुका है। बीजेपी 17, जेडीयू 16 और चिराग पासवान की पार्टी को 5, जीतनराम मांझी की पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीटें मिली हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीती थी। कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत सकी थी। आरजेडी का खाता तक नहीं खुला था।