बिहार के मुख्यामंत्री नीतीश कुमार इन दिनों बिहार में समाधान यात्रा निकाल रहे हैं। इस दौरान वे जिलों का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान वे तमाम लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं। वहीं जिलों में चल रही तमाम योजनाओं का भी निरीक्षण कर रहे हैं। इस यात्रा को लेकर सरकार की पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
भारतीय जनता पार्टी बिहार प्रदेश के अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए यात्रा को 'टाइम पास यात्रा' बताते हुए कहा कि सीएम अपनी यात्रा के दौरान कई जिले की यात्रा कर ली, लेकिन एक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार यात्रा के नाम पर पर्यटन कर रहे हैं। एक गांव को अधिकारी उनके आने के पहले रंगरोगन कर दे रहे हैं और सीएम भी उसी को बिहार का विकास मानकर खुश हो रहे हैं।
'यात्रा का नाम समाधान है लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा'
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि सीएम यात्रा का नाम समाधान यात्रा रखे हैं, लेकिन एक भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजना भी राज्य सरकार के उपेक्षा के कारण ठप पड़ी है। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में बिहार सरकार ही बिहार विरोधी हो गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में उर्वरकों की कोई कमी नही है, बिहार सरकार द्वारा कृत्रिम किल्लत पैदा की जा रही है। बिहार में आज 69 हजार एमटी यूरिया उपलब्ध है जबकि डीएपी 1.09 लाख एमटी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार उर्वरकों की कमी का गलतबयानी कर किसानों को ठग रही है।
'पेपर लीक होते हैं और उसका तार नालंदा से जुड़ता है'
भाजपा नेता ने प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक मामले में भी बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि क्या कारण है कि देश में कहीं भी प्रश्नपत्र लीक होने के मामले की जांच होती है तो उसके तार नालंदा से जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी इस प्रकार की घटना होती है तो उसमें नालंदा के एक खास व्यक्ति का नाम आता है। उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि कहीं सरकार के मुखिया के द्वारा इस व्यक्ति को संरक्षण तो नहीं प्राप्त है।