पटना: बिहार विधानसभा में आज एक अलग ही नजारा देखने को मिला जब सत्तारूढ दल के मंत्री से बहस करने लगे और स्पीकर इतने नाराज हुए कि उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और वहां से चले गए। जानकारी के मुताबिक भाजपा के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी की विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से बहस हुई। अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी औऱ सदन छोड़ कर चले गये। हालांकि बाद में मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने आचरण के लिए खेद जताया और माफी मांग ली। आपको बता दें कि सम्राट चौधरी नित्यानंद राय औऱ भूपेंद्र यादव के सबसे खास माने जाते हैं। उन्हें विधान परिषद भेजकर मंत्री बनाया गया है।
दरअसल, बिहार विधानसभा में आज प्रश्नकाल चल रहा था। विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था कर रखी है कि विधायक जो भी प्रश्न पूछें उनका ऑनलाइन जवाब पहले ही सरकार दे दे ताकि विधायक पहले से ही जवाब पढ़कर रखें औऱ समय की बचत हो और ज्यादा से ज्यादा विधायकों का सवाल सदन में आ सके। प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी के विधायक विनय बिहारी का सवाल आया। इसका जवाब पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी को देना था। मंत्री ने अपना जवाब कोऑनलाइन नहीं दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री से पूछा-आप ऑनलाइन जवाब क्यों नहीं देते? आपके विभाग का जवाब ऑनलाइन नहीं आता है। उन्होंने सुबह के नौ बजे तक देखा था उनके विभाग के बहुत सारे सवालों का जवाब ऑनलाइन नहीं आया था। इससे इनकार करते हुए मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 16 में 14 सवालों का जवाब ऑनलाइन दिया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ 63 प्रतिशत सवालों का जवाब ही ऑनलाइन आया है। मंत्री सम्राट चौधरी ने अध्यक्ष को ही कहा- 'बहुत व्याकुल मत होइये। मेरा सब काम हो रहा है।' सदन में सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के साथ मंत्री का इस तरह का व्यवहार हतप्रभ करने वाला था। अध्यक्ष ने मंत्री को अपना शब्द वापस लेने को कहा। इसके बाद मंत्री और तेवर में आ गए। मंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को ही अंगुली दिखा कर बोलना शुरू कर दिया और अपने शब्द को वापस लेने से इंकार कर दिया। मंत्री ने कहा कि इस तरह से सदन नहीं चलता है। आप इस तरह का डायरेक्शन नहीं दे सकते। अध्यक्ष बार-बार कहते रहे कि आप आसन के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं कर सकते। लेकिन मंत्री सम्राट चौधरी अध्यक्ष से उसी लहजे में बात करते रहे। लिहाजा मंत्री के व्यवहार से आहत विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और आसन से उठ कर चले गए।
मंत्री सम्राट चौधरी ने माफी मांगी
दो बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष इस मामले पर उठ खड़ा हुआ। माले के विधायक महमूद आलम ने विधानसभा अध्यक्ष पर मंत्री की तरफ से की गई टिप्पणी पर एतराज जताते हुए मंत्री की बर्खास्तगी की मांग रखी। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी सदन में खड़े हो गए। विजय कुमार चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष के साथ मंत्री सम्राट चौधरी के बर्ताव पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि हम आसन का पूरी तरह सम्मान करते हैं। संबंधित मंत्री को भी ऐसा लगता है कि उनके आचरण से सदन को ठेस पहुंची है और आसन का सम्मान प्रभावित हुआ है। इसके बाद मंत्री सम्राट चौधरी भी सदन में खड़े हुए और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के बारे में अपनी तरफ से की गई टिप्पणी पर खेद जताया और माफी मांगी।