बिहार में एक बार फिर से सियायी उलटफेर लगभग तय माना जा रहा है। लंबे समय से नीतीश कुमार के भाजपा के साथ वापस जाने की चर्चा लगभग तय मानी जा रही है। सूत्रों की मानें तो अमित शाह के आवास पर कल हुई बिहार बीजेपी के नेताओं की बैठक मे बीजेपी नेताओं को नीतीश कुमार के साथ आने की बात बताई गयी है। पार्टी का ये फैसला लोकसभा चुनाव को देखते हुए ले रही है।
नीतीश ही होंगे सीएम
सूत्रों की बात मानें तो भाजपा के साथ जाकर भी सीएम नीतीश कुमार ही बने रहेंगे। वहीं, भाजपा को डिप्टी सीएम का पद मिलेगा। पार्टी के नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव में अधिकतम सीटें जीतने का लक्ष्य रखते हुए ये फैसला किया है। बिहार भाजपा के कुछ नेताओं ने नीतीश के नेतृत्व मे साथ जाने को पार्टी के लिए बेहतर नहीं मान रहे हैं। हालांकि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश को सबने मान लिया है।
इस तारीख को शपथ
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार 27 जनवरी यानी कि शनिवार को सीएम पथ से इस्तीफा दे सकते हैं। इसके बाद वह 28 जनवरी को फिर से सीएम पद की शपथ लेंगे। कहा जा रहा है कि लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव कराने को लेकर बीजेपी तैयार नहीं हुई है।
सुशील मोदी ने भी दिया बड़ा हिंट
भाजपा नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार और जेडीयू का जहां तक सवाल है, तो दरवाजा हमेशा बंद नहीं रहता, दरवाजा खुल भी जाता है। राजनीति में हमेशा दरवाजा बंद नहीं रखा जाता। राजनीति संभावनाओं का खेल है, हम पटना जा रहे है। नीतीश जी के बारे में फैसला आलाकमान करेगा।
ये भी पढ़ें- हो गया फैसला! जानें भाजपा कब करेगी नीतीश की वापसी पर निर्णय, चिराग से भी हुई बात