बिहार में इन दिनों शिक्षक अपने आकस्मिक अवकाश के लिए अजीबोगरीब अंदाज में आवेदन लिखकर छुट्टी मांग रहे हैं। छुट्टी मांगे जाने से संबंधित ऐसे कुछ आवेदन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें अगले एक सप्ताह में मां की मौत होने की संभावना, 4 दिन बाद शादी में ज्यादा भोजन करने पर पेट खराब होने की संभावना और कुछ दिन बाद खुद बीमार होने की आशंका को बताकर प्रधानाध्यापक से छुट्टी मांगी गयी है। ये तमाम छुट्टी के आवेदन पत्र इसलिए लिखे गए हैं क्योंकि जिला शिक्षा विभाग ने ये आदेश जारी किया था कि आकस्मिक अवका के लिए 3 दिन पहले आवेदन करना होगा।
आकस्मिक अवकाश के लिए 3 दिन पहले आवेदन
दरअसल, मुंगेर, भागलपुर और बांका जिलों में शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों के आकस्मिक अवकाश मांगे जाने के संबंध में एक नया आदेश जारी किया गया है जिसमें ये कहा गया है कि आकस्मिक अवकाश के लिए शिक्षकों को 3 दिन पहले आवेदन देवा होगा। ऐसा नहीं करने पर उनकी छुट्टी स्वीकृत नहीं होगी। इस आदेश से शिक्षक काफी नाराज हैं। शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षक नेताओं का कहना है कि आकस्मिक का मतलब ही होता है कि अचानक आई परिस्थिति की वजह से छुट्टी ली जाती है। 3 दिन पहले ही कैसे कोई आने वाली मुसीबत का अंदाजा लगा सकता है। शिक्षक सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
अजीबोगरीब अंदाज में छुट्टी के लिए लिखे पत्र
ऐसे ही तमाम आवेदन पत्रों में से वायरल हो रही एक छुट्टी में शिक्षक अजय कुमार ने लिखा कि दिनांक 5 दिसंबर 2022 सोमवार को रात 8 बजे मेरी मां मर जाएगी। इसलिए मैं उसके अंतिम संस्कार हेतु 6 दिसंबर से 7 दिसंबर कर अपने विद्यालय में अनुपस्थित रहूंगा। वहीं एक दूसरे एप्लीकेशन में लिखा शिक्षक राज गौरव ने लिखा कि दिनांक 4 दिसंबर से 5 दिसंबर तक बीमार रहूंगा, जिसकी वजह से मैं विद्यालय नहीं आ पाऊंगा।
ऐसे ही एक आवोदन में नीरज कुमार ने लिखा कि 7 दिसंबर से 9 दिसंबर तक पेट खराब रहने के कारण विद्यालय कार्य में असमर्थ रहूंगा। नीरज ने लिखा कि, 7 दिसंबर को एक शादी समारोह में शामिल रहूंगा और श्रीमान को मालूम हो कि शादी समारोह में जमकर भोजन का लुत्फ लूंगा और फिर पेट खराब होना लाज़मी है।