पटना: जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पटना मंा मंगलवार को कहा कि बिहार का नेतृत्व किसी दलित या महादलित समुदाय के नेता को करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस से आग्रह करते हुए कहा कि वे लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को आगे लाएं और राज्य की जनता के सामने एक नया विकल्प प्रस्तुत करें। पूर्व सांसद पप्पू यादव कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षो से जनता को धोखा तो दे ही रहे हैं, अब कोरोना वायरस जैसी महामारी में भी आम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।
‘चुनाव कराने पर आतुर है सरकार’
पप्पू यादव ने कहा, ‘लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने जब सरकार को आईना दिखाया तो जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। वर्तमान सरकार जनता की जान को खतरे में डाल चुनाव कराने पर आतुर है।’ राज्य में दलितों और पिछड़ों के राजनीति में अपर्याप्त प्रतिनिधित्व पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा, ‘जद (यू) और राष्ट्रीय जनता दल ने हमेशा से दलितों और पिछड़े वर्गो का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए किया है। फिर चाहे वो जीतन राम मांझी हो या श्याम रजक या उदय नारायण चौधरी।’
‘मीरा कुमार को आगे लाए कांग्रेस’
उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों अपने 15-15 वर्षो के कार्यो के बारे में एक श्वेतपत्र जारी करें। JAP अध्यक्ष ने कहा, ‘104 पंचायत घूमने के बाद कह सकता हूं कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है, एक नया विकल्प चाहती है। मैं कांग्रेस से आग्रह करूंगा कि वो मीरा कुमार को आगे लाए और राज्य की जनता के सामने एक नया विकल्प प्रस्तुत करे। मैं अब भी अपनी बात पर अडिग हूं कि बिहार का नेतृत्व किसी दलित या महादलित समुदाय का नेता करे’
कोरोना जांच में धांधली का लगाया आरोप
कोरोना वायरस जांच में धांधली का आरोप लगाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सरकार जानबूझ कर निगेटिव लोगों को पॉजिटिव कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यही कारण है कि प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग का सचिव बनाया गया है। सरकार लोगों को महामारी में उलझाकर चुनाव कराना चाहती है।