बिहार के तेज तर्रार अपर मुख्य सचिव का तबादला राजस्व विभाग में होने के बाद इस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा बयान दिया है। किशनगंज पहुंचे राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अंचल कार्यालयों में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि दो साल से अधिक कोई राजस्व कर्मचारी अगर नगर निकाय या अन्य स्थानों पर जमे हुए हैं तो उसे पंचायत में भेज देना है। उन्होंने कहा कि सभी जिला पदाधिकारी को राजस्व कर्मचारियों का तबादला करने का निर्देश दिया गया है।
'हार में जमीन से जुड़े मामले फंसे हुए हैं'
डॉ जायसवाल ने आगे कहा कि बिहार में दस हजार अमीन की जल्द बहाली की जाएगी। उन्होंने बताया कि कई सालों से अमीन की संख्या कम होने के कारण पूरे बिहार में जमीन से जुड़े मामले फंसे हुए हैं। यह एक बड़ी समस्या है। जिसे दूर करने के लिए इसी माह के अंत तक 10 हजार अमीन की बहाली करने की तैयारी है।
'राजस्व विभाग को पूरी तरह से किया जा रहा डिजिटल'
राजस्व मंत्री ने बताया कि राजस्व विभाग को पूरी तरह से डिजिटल किया जा रहा है। उन्हीनें कहा कि इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा। अगले तीन महीने में लोगों को जमीन से जुड़े किसी कार्य के लिए विभागों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। सारे कार्य घर बैठे ऑनलाइन किए जा सकते हैं। वहीं उन्होंने अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मंत्रालय ईमानदारी के साथ कार्य करे, इसकी मैंने शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि विभाग में ईमानदार अधिकारियों की जरूरत है और भ्रष्टाचार मुक्त मंत्रालय हो उसके लिए जैसी टीम चाहिए वो कमी अब दूर हो चुकी है।
Report- Rajesh Dubey