पटना: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के पिछले 24 घंटे के दौरान 668 नए मामले प्रकाश में आने के साथ इससे संक्रमित होने वालों की संख्या अब 2,49,336 तक पहुंच गयी है। विभाग के अनुसार बिहार में बुधवार की शाम चार बजे से बृहस्पतिवार की शाम चार बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण से चार और मरीजों की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 1371 पहुंच गई।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से मधेपुरा, नालंदा, पूर्णिया तथा सिवान जिले में एक-एक मरीज की मौत हो जाने के साथ प्रदेश में इस रोग से संक्रमित होकर मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 1371 हो गयी।
बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर 1,18,228 नमूनों की जांच की गयी और कोरोना वायरस संक्रमित 522 मरीज ठीक हुए। इसके अनुसार राज्य में अब तक 1,74,53,751 नमूनों की जांच की गयी है। राज्य में अब तक 2,42,766 लोग ठीक हुए हैं। विभाग के अनुसार बिहार में वर्तमान में कोविड-19 के उपराचाराधीन मरीजों की संख्या 5198 है।
इस बीच नीतीश कैबिनेट की बैठक में राज्य में कोरोना की वैक्सीन मुफ़्त देने पर मुहर लगा दी गई है। हालांकि बिहार के सभी लोगों को वैक्सीन कब तक उपलब्ध कराई जाएगी इसके बारे में कोई रोडमैप नहीं है।
वहीं कोविड अस्पताल एम्स पटना में कोरोना संक्रमितों की हालत खतरनाक संकेत दे रही है। प्रदेश में संक्रमितों में लक्षण भले ही पुराने हों, लेकिन उनकी हालत अचानक तेजी से बिगड़ रही है। आलम यह है कि एम्स पटना के सभी आइसीयू भर चुके हैं और रोगियों को पीएमसीएच रेफर किया जा रहा है।
विगत 15 दिनों से संक्रमितों की हालत में दो गंभीर परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। पहला-जुलाई व अगस्त में जब रोगियों की संख्या वर्तमान से करीब दोगुनी थी, संक्रमित 12 से 14 दिन में पूरी तरह ठीक हो जा रहे थे। वर्तमान में यह समय 17 दिन या उससे अधिक हो गया है।
दूसरा खतरनाक लक्षण यह है कि करीब 50 फीसद संक्रमितों की हालत अचानक गंभीर हो रही है। रोगी की हालत इतनी तेजी से बिगड़ती है कि उसे तुरंत आइसीयू में स्थानांतरित करने की जरूरत पड़ रही है।