Highlights
- बैठक में केंद्र से बीजेपी को सत्ता से दूर करने की रणनीति को लेकर चर्चा
- सीएम नीतीश कुमार ने बताई BJP का साथ छोड़ने की वजह
- अब जेडीयू एनडीए में कभी शामिल नहीं होगा, नीतीश की घोषणा
Bihar Politics: बिहार की राजधानी पटना में सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) की राज्य और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ही छाई रही। शनिवार को पार्टी के राज्य कार्यकारिणी और रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई, लेकिन देखा जाए तो अपनी बात कम, बीजेपी का मुद्दा ही हावी रहा। बैठक में केंद्र से बीजेपी को सत्ता से दूर करने की रणनीति को लेकर चर्चा की गई तो नेताओं ने भी अपने बयानों में बीजेपी छाई रही।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने के लिए नीतीश कुमार को विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत कर दिया गया वहीं बैठक के बाद जब पार्टी के प्रधान महासचिव के सी त्यागी पत्रकारों से चर्चा की तब भी बीजेपी की ही चर्चा की। त्यागी ने भी बीजेपी को केंद्र से हटाने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होने पर बल देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों को मतभेद भूलाकर एक साथ आना होगा।
CM नीतीश के संबोधन के केंद्र में भी रही बीजेपी
बैठक में मुख्यमंत्री के संबोधन के केंद्र में भी बीजेपी रही। मुख्यमंत्री ने बैठक में एनडीए से अलग होने को विस्तार से बताया तथा साफ शब्दों में भी इसकी घोषणा कर दी अब जेडीयू एनडीए में कभी शामिल नहीं होगा। नीतीश ने कहा कि 2013 में हम एनडीए (NDA) से अलग हो गए थे, हमने जब काम करना शुरू किया, एक गलती फिर हुई, हम फिर वापस चले गए। उन्होंने कहा, "हम वापस एनडीए में चले गए तो कुछ राज्यों के लोग हमसे अलग हो गए। अब जब हमने बीजेपी से अलग होने का फैसला लिया, तो कुछ लोग साथ आए हैं, बोल रहे हैं कि अच्छा किया।
बीजेपी को लेकर नीतीश ने कहा, "अपने साथ लाने के लिए इन लोगों ने बड़ी कोशिश की, हम चले गए। 2019 तक तो हमसे बात करते थे, लेकिन उसके बाद बात नहीं करते थे, सारी बातें मानते नहीं थे। हम तो शुरू से ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए बोल रहे थे।"
'नीतीश कुमार के महत्वकांक्षा की चर्चा होती है, बिहार की नहीं'
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा भी कहते है कि पटना में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चर्चा बीजेपी की होती है, चर्चा नीतीश कुमार के महत्वकांक्षा की होती है, लेकिन बिहार की कोई चर्चा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी अब समझ गई है। इधर, जेडीयू का मानना है कि बैठक में तय सभी मुद्दों पर चर्चा की गई और विचार किया गया।