Highlights
- तेजस्वी ने पत्रकारों द्वारा इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मामले की जांच की जाएगी।
- सत्तारूढ़ NDA ने तेजप्रताप यादव के इस्तीफे के ऐलान को महज 'राजनीतिक नाटक' करार दिया।
पटना: राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा सोमवार को 'इस्तीफा' देने का इरादा जताये जाने के बाद बिहार में मंगलवार को राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई। लालू के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने पत्रकारों द्वारा इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मामले की जांच की जाएगी। वहीं, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन, जिसके लिए RJD खेमे में कलह हमेशा एक अच्छी खबर होती है, ने इसे 'राजनीतिक नाटक' करार दिया और संदेह जताया कि तेजप्रताप अपने बयान से पलटी मार जाएंगे।
RJD की युवा इकाई के नेता ने तेज प्रताप पर लगाए गंभीर आरोप
बिहार की हसनपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तेजप्रताप ने सोमवार रात को ट्वीट कर कहा था कि वह अपना इस्तीफा अपने पिता को सौंपेंगे। लालू यादव चारा घोटाले मामले में फिलहाल जेल में हैं। हालांकि, तेजप्रताप ने यह नहीं बताया कि क्या वे पार्टी की सदस्यता छोड़ेंगे या विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे अथवा दोनों से इस्तीफा देंगे? तेजप्रताप यादव के यह ट्वीट ऐसे समय में सामने आया है, जब RJD की युवा इकाई के एक नेता ने उन पर कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
‘तेजप्रताप ने अपने समर्थकों की मदद से मुझे पीटा और गाली दी’
राजधानी पटना स्थित RJD मुख्यालय में सोमवार को पार्टी की युवा शाखा के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि वह RJD प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के कथित दुर्व्यवहार के विरोध में इस्तीफा दे रहे हैं। युवा RJD की नगर इकाई के प्रमुख रामराज यादव ने आरोप लगाया कि तेजप्रताप ने शुक्रवार को उनकी मां राबड़ी देवी के घर के अंदर अपने समर्थकों की मदद से उन्हें निर्वस्त्र किया, पीटा और गाली दी। पत्रकारों ने जब रामराज द्वारा तेजप्रताप पर लगाए गए आरोपों के बारे में तेजस्वी यादव से सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'हम इस मामले को दिखवा लेंगे।'
‘अगर तेजप्रताप पार्टी छोड़ना चाहते हैं तो अच्छी बात है’
तेजप्रताप द्वारा इस्तीफा दिये जाने का इरादा जताने से जुड़े सवाल पर तेजस्वी ने कहा, 'हम किसी एक व्यक्ति के ट्वीट या बयानों पर तब तक कुछ नही कह सकते, जब तक वे पार्टी के उपयुक्त मंच पर नहीं कही गई हों।' इस बीच, राज्य सरकार में मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता नितिन नबीन ने कहा कि यह सब उनके (तेजप्रताप) पिता द्वारा स्थापित दल में उन्हें अलग-थलग करने के सत्य को बयां करता है। उन्होंने आरोप लगाया, 'इस बात को सभी जानते हैं कि तेजप्रताप को उनके छोटे भाई द्वारा अलग-थलग किया गया है। अगर वह छोड़ना चाहते हैं तो अच्छी बात है।’
‘बिहार की जनता को RJD के नाटक से सतर्क रहना चाहिए’
नबीन ने आगे कहा, ‘हालांकि, वह चाहते हैं कि उन्हें गंभीरता से लिया जाए तो उन्हें इस पर कदम उठाना चाहिए। गीदड़ भभकी काम नहीं करेगी।’ वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि बिहार की जनता को विपक्षी दल के 'नाटक' से सतर्क रहना चाहिए। झा ने कहा, 'इस नाटक का कोई अंत नहीं है। हमे नहीं पता कि तेजप्रताप कल सुबह उठें और दुनिया को कहें कि वह मजाक कर रहे थे। RJD ऐसा दल है, जिसे लोगों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।' (भाषा)