बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार को शिवसेना के युवासेना प्रमुख आदित्य ठाकरे से मुलाकात की। इसके लिए खुद आदित्य ठाकरे मुंबई से चलकर बिहार आए हैं। दोनों युवा नेता मिलकर आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं ये समय ही बताएगा। इस वक्त बिहार में राजद जदयू के सहयोग से सरकार में है तो वहीं दूसरे तरफ आदित्य ठाकरे के हाथों से सत्ता चली गई है। आदित्या ठाकरे के आगमन पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनकी गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके साथ ही साथ कई सरकार में शामिल नेता भी मौजूद रहे।
हमारी दोस्ती कायम रहेगी
शिवसेना नेता ने कहा कि हमारी काफी समय से फोन पर बातचीत हो रही थी। उस समय हमारी महाराष्ट्र में सरकार थी तब वो विपक्ष में थे। उन्होने आगे कहा कि हम एकदूसरे मिल नहीं पा रहे थे क्योंकि बीच में कोविड आ गया था। ठाकरे ने कहा कि हमने कई विषयों पर चर्चा की। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारी बातचीत के दौरान राजनीति से जुड़ी कोई बात नहीं हुई। इसके अलावा ने उन्होंने कहा कि हमारी दोस्ती जारी रहेगी।
लोकतंत्र और संविधान को बचाने की चुनौती
वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने मुलाकात को लेकर कहा कि अभी लोकतंत्र और संविधान को बचाने की चुनौती हमारे सामने है और इसे बचाने के लिए हमसे जो बनेगा वो हम करेंगे। इसके आदित्य ने कहा कि देश में जो भी युवा मंहगाई, रोजगार और संविधान के लिए काम करना चाहता हैं अगर वे आपस में बातचीत करते हैं तो देश में कुछ कर सकेंगे। वहीं इस मुलाकात के बाद बिहार में सियासी पारा हाई हो गया है। विपक्ष में बैठी बीजेपी तेजस्वी पर निशाना साधा है।