पटना। भाजपा विधायक को यात्रा पास जारी करने वाले अधिकारी को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। भाजपा विधायक ने इस यात्रा पास का उपयोग राजस्थान के कोटा से अपनी बेटी को वापस लाने में किया। इसके बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया। राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार देर रात जारी अधिसूचना में कहा गया है कि हिसुआ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अनिल सिंह को यात्रा पास जारी करने वाले सदर, नवादा के सब डिवीजनल ऑफिसर अनु कुमार को तत्काल निलंबित किया जाता है।
अधिसूचना में कहा गया है कि कुमार को एक राज्य से दूसरे राज्य में यात्रा करने के लिए यात्रा पास जारी करते समय नियमों का उल्लंघन करने का आरोपी पाया गया है। अधिसूचना में कहा गया है कि एसडीओ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है और निलंबन के दौरान यह अधिकारी डिविजनल कमिश्नर, मगध डिवीजन, कार्यालय में अटैच रहेगा।
भाजपा विधायक सिंह ने 15 अप्रैल को यात्रा पास हासिल किया था और अगले दिन वह राजस्थान के कोटा के लिए निकले थे, जहां से वह अपनी 17 साल की बेटी को लेकर वापस आए थे। विधायक का कहना है कि उनकी बेटी तनाव में थी क्योंकि कोचिंग क्लास बंद थीं और हॉस्टल में वह अकेली थी।
कोटा में फंसे हजारों छात्रों को वापस लाने से मुख्यमंत्री नितीश कुमार के मना करने के बाबजूद भाजपा विधायक को पास जारी करने पर बिहार में विपक्षी दलों ने खूब हंगामा मचाया। विपक्षी दलों का आरोप था कि सरकार सत्ताधारी दलों के लोगों को वीआईपी सुविधाएं दे रही है और आम जनता पर सख्ती कर रही है।
भाजपा विधायक विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक भी हैं और इस नाते उन्हें सरकारी वाहन मिला हुआ है। स्कोर्पियो वाहन के ड्राइवर को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा गया है कि सचिवालय की अनुमति लिए बगैर वह वाहन को राज्य के बाहर कैसे ले गया।
सिंह का कहना है कि उन्होंने सरकारी वाहन का उपयोग नहीं किया बल्कि उन्होंने अपने निजी फॉर्च्यूनर वाहन से यह यात्रा की थी, हालांकि उन्होंने दोनों वाहनों के लिए पास जारी करवाए थे।