Highlights
- बिहार में प्रशासनिक आदेश पर मारा गया बाघ
- आदमखोर बाघ ने नौ लोगों की ले ली थी जान
- बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा की घटना
Bihar News: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में एक बाघ ने नौ लोगों की जान ले ली। इसके बाद आदमखोर बाघ को मारने के लिए प्रशासनिक को आदेश जारी करना पड़ा। बाघ को मारने के लिए जिला आदेश प्रक्रिया के अनुसार जारी किए जाते हैं। बता दें कि इस तरह का आदेश तब जारी होता है जब ये स्थापित हो जाता है कि बाघ इंसानी बस्तियों में रहने का आदी हो गया हो।
आदेश पर मारा गया आदमखोर बाघ
जिला प्रशासन के आदेश पर इस आदमखोर बाघ को मार दिया गया है। पिछले कुछ दिनों में बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में इस बाघ ने नौ लोगों की जान ले ली थी। वन विभाग द्वारा मारे गए आदमखोर की तस्वीरें भी सामने आई हैं। बाघ के मारे जाने के बाद भारी संख्या में ग्रामीण दिखाई दे रहे हैं। वहीं इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कई यूजर्स ऐसे हैं जो आदमखोर बाघ की मौत पर गुस्सा जता रहे हैं तो कई लोग इसे सही ठहरा रहे हैं।
वन विभाग के शिकारियों ने तेंदुआ किया था ढेर
इससे पहले अप्रैल महीने में उत्तराखंड के टिहरी जिले के अखोड़ी गांव में एक बच्चे को अपना निवाला बनाने वाले आदमखोर तेंदुए को वन विभाग के शिकारियों ने गोली मार कर ढेर कर दिया था। अधिकारियों ने बताया था कि वन विभाग के शिकारियों का निशाना बने नर तेंदुए की उम्र करीब सात साल थी। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मृत तेंदुए के दांत घिसे हुए थे और नाखून टूटे थे और संभवत: इसी कारण वह आदमखोर बना होगा। बता दें कि 16 अप्रैल की शाम तेंदुए ने अखोड़ी में सात साल के बालक नवीन को अपना शिकार बना लिया था, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने उसे आदमखोर घोषित कर उसे मारने के लिए शिकारी गंभीर सिंह भंडारी और जॉय हुकिल को तैनात किया था। तेंदुए की लोकेशन का पता लगाने के लिए विभाग ने चार ट्रैप कैमरा भी लगाए थे।