बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसी कड़ी मे जुमे की नमाज के बाद पटना के जामा मस्जिद के बाहर अतीक और अशरफ को शहीद बताते हुए खूब नारेबाजी की गई और योगी और मोदी के खिलाफ नारे लगाए गए। इस दौरान नारेबाजी करने वाले व भीड़ का नेतृत्व कर रहा एक शख्स रईस गजनवी था। रईस गजनवी कहां है अबतक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं लग सकी है। उसकी कोई खबर नहीं है। वह गायब है। बता दें कि जामा मस्जिद के पास उसकी लगेज की एक दुकान है। नारेबाजी करने के बाद से ही रईस की दुकान बंद है और पुलिस द्वारा भी अबतक कोई बयान नहीं दिया गया है।
गायब है पटना का रईस गजनवी
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह फरार है। अगर वह फरार नहीं है तो क्या उसके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। या फिर उसकी तलाश जारी है। इस बाबत पुलिस से अबतक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। बता दें कि शुक्रवार को पटना के स्टेशन रोड पर जामा मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज के बाद रईस गजनवी में अतीक अहमद अमर रहे का नारा लगाया था। अतीक अहमद को रईस ने शहीद बताया और योगी आदित्यनाथ तथा पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की थी। उसके साथ इस दौरान भारी संख्या में मुसलिम समुदाय के लोग मौजूद थे जो नमात पढ़कर निकले थे।
अतीक के समर्थन में पोस्टर
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के प्रयागराज के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैयना ने भी अतीक अहमद को शहीद बताते हुए उसे भारत रत्न देने की मांग की थी। यही नहीं राजकुमार ने तो अतीक अहमद की कब्र पर तिरंगा तक रखा था। इस मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।बता दें कि महाराष्ट्र के बीड़ जिले में भी अतीक अहमद के समर्थन में एक पोस्टर लगा दिखाी था जिसपर अतीक अहमद को शहीद बताया गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने इस बैनर को हटाया और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। बता दें कि तीन बदमाशों ने अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी थी।