Highlights
- बिहार की महागठबंधन सरकार में कांग्रेस का कोटा तय
- नई कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या पर बन गई बातचीत
- 16 अगस्त हो सकता है महागठबंधन के मंत्रिमंडल का विस्तार
Bihar News: कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने शनिवार को कहा कि राज्य की नई महागठबंधन सरकार में उनकी पार्टी के कोटे के मंत्रियों की संख्या बातचीत के जरिये तय की जा चुकी है। भक्त चरण दास ने कहा कि 16 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। बहरहाल, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि कांग्रेस कोटे के कितने मंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में शामिल होंगे। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि इस सरकार में कांग्रेस की हिस्सेदारी सम्मानजनक होगी और पार्टी विधायकों की संख्या के मुताबिक होगी।
कांग्रेस विधायकों की संख्या तय लेकिन नाम नहीं
गौरतलब है कि गत 9 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए। नीतीश की अगुवाई वाली नई सरकार में राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव एक बार फिर से उप मुख्यमंत्री बने हैं। कांग्रेस के प्रदेश में 19 विधायक हैं, यह पूछे जाने पर कि क्या यह तय हो चुका है कि कांग्रेस के कुल कितने MLA मंत्री बनेंगे, इसपर दास ने कहा, ‘‘ यह तय हो चुका है। सदन में हमारे संख्या बल के आधार पर मंत्रियों की संख्या होगी। हमने अभी नाम तय नहीं किए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम बड़ा दल हैं और हमसे कई लोग जुड़े हैं। यह सब ध्यान रखते हुए यह (मंत्रियों की संख्या) सम्मानजनक होगी।’’
16 अगस्त हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के बिहार प्रभारी ने बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त हो सकता है। दास के अनुसार, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है और अगर जरूरत पड़ी तो मुलाकात भी करेंगे। कांग्रेस के बिहार प्रभारी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि सरकार में कांग्रेस की हिस्सेदारी सम्मानजनक होगी। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार को मुलाकात की थी, जिस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई थी।
'प्रभावी' भागीदारी चाहते हैं बिहार कांग्रेस के नेता
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद के बीच कांग्रेस की प्रदेश इकाई के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस सरकार में उनकी पार्टी की प्रभावी और सम्माजनक भागीदारी होनी चाहिए। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं की यह राय भी है कि कांग्रेस इस सरकार में शामिल नहीं हो और बाहर से इसका समर्थन करे।