Highlights
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फिसली जुबान
- तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बता दिया
- सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल
Bihar News: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार के गठन के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने की लगातार वकालत कर रहे हैं। इसे लेकर वे दिल्ली में कई विपक्षी पार्टियों के दिग्गज नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि, उन्होंने हर बार अपनी सफाई में ये जरूर कहा है कि वे सिर्फ विपक्षी एकता को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं, उनकी कोई व्यक्तिगत इच्छा या आकांक्षा नहीं है। उनका ये भी कहना है कि वे जो कुछ भी कर रहे हैं, वह युवा पीढ़ी के लिए, तेजस्वी यादव जैसे लोगों के लिए है। ऐसे में अब जो तेजस्वी को लेकर नीतीश कुमार ने बोला है उससे ऐसा लगता है कि दिल की बात उनकी जुबान पर आ गई है।
'मुख्यमंत्री तेजस्वी' सुनते ही लोग हैरान रह गए
ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली की बात कभी ना कभी जुबान पर आ ही जाती है और ऐसा नीतीश कुमार के साथ भी हुआ है। हालांकि, ये दावा नहीं किया जात है। दरअसल, नीतीश कुमार मंगलवार को पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने खुले मंच से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बता दिया। नीतीश कुमार के मुंह से 'मुख्यमंत्री तेजस्वी' सुनते ही वहां बैठे लोग हैरान रह गए। वहीं, अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा।
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे
पटना में नव नियुक्त पशु चिकित्सा पदाधिकारी एवं मत्स्य विकास पदाधिकारियों के बीच मंगलवार को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। इस दौरान जब मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन शुरू किया, उसी दौरान तेजस्वी को उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री बता दिया।
नीतीश के संबोधन पर बीजेपी ने ली चुटकी
इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मामले पर अब चुटकी ली है। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार ने आश्रम जाने की तैयारी कर ली है। आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार ने सार्वजनिक मंच से संबोधन में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बता दिया है। उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार सिपहसलार ललन सिंह को लेकर आश्रम जाएं।
नीतीश की घिग्घी बंध गई है- निखिल आनंद
इसके साथ ही निखिल आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार की घिग्घी बंध गई है, जुबान लड़खड़ा रही है, इसको पॉलिटिकल एम्नेसिया या पॉलिटिकल डिमेंशिया कह सकते हैं। नीतीश का कॉन्शियस और सबकॉन्शियस माइंड तेजस्वी को ही मुख्यमंत्री मानने लगा है। उन्होंने आश्रम जाने की तैयारी कर ली है।