Highlights
- बिहार के छपरा का है मामला
- कब्रिस्तान में दफनाई गई थी बच्ची
- बच्ची को अपने गांव का नाम तक नहीं मालूम
Bihar News: मां, यह सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि इसमें पूरा संसार निहित होता है। मां की ममता और प्यार को दुनिया की सबसे अनमोल चीज कहा जाता है। एक मां के आगे देवता भी नतमस्तक हो जाते हैं। कम शब्दों में कहें तो मां से बड़ा कोई नहीं और मां से शक्तिशाली कोई नहीं। कहा जाता है कि मां और बच्चे एक ऐसा रिश्ता होता है कि तमाम मुश्किलों के बाद भी इस रिश्ते को कोई तोड़ नहीं सकता। लेकिन बिहार में कुछ ऐसा हुआ कि मां और बच्चे के रिश्ते पर सवालिया निशान लग गए। जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। घटना के बारे में सुनकर कोई भी यह मनाने को तैयार नहीं था कि एक मां अपनी बेटी के साथ ऐसा कर सकती है। लेकिन जो हुआ वह मां की ममता और इंसानियत के ऊपर एक धब्बे की तरह है।
मामला बिहार के छपरा का है। यहां एक मां और नानी ने मिलकर 3 साल की अपनी ही मासूम बेटी को मिट्टी के ढेर में जिंदा दफ़न कर दिया। बच्ची उसमें ही दबी रही। कुछ समय बाद वह हिली डुली तो आसपास काम कर रही महिलाओं की नजर गई तो वे डर गईं। जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से उस बच्ची को निकाला गया। उसने जो कुछ बताया वह बहुत ही शर्मनाक और हैरान करने वाल है। बच्ची ने बताया कि उसकी मां और नानी के उसे मिट्टी के ढेर में दबा दिया।
बच्ची ने बताया कि मम्मी-नानी ने पहले उसका गला दबाया, फिर मुंह में मिट्टी भर जमीन के नीचे दबा दिया था। घटना कोपा मरहा नदी के किनारे कब्रिस्तान की है। जहां रविवार को कुछ महिलाएं लकड़ी चुनने पहुंची तो मिट्टी को हिलता देखा। वो डर गई पर किसी तरह मिट्टी को हटाया गया तो अंदर से बच्ची निकली।
अपने गांव का पता तक नहीं जानती बच्ची
ग्रामीणों ने बच्ची को निकाला और उसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। बच्ची गांव का नाम तक नहीं बता पा रही है लेकिन बड़े ही हिम्मत से वह अपने साथ हुई घटना को बता पा रही है। लेकिन शायद ही उसे एहसास हो कि उसकी मां और नानी ने उसके साथ जो किया वह कितना शर्मनाक और मानवता को शर्मसार करने वाला है। माना जा रहा है कि जब महिलाएं वहां लकड़ी चुनने पहुंची, उससे कुछ वक्त पहले ही बच्ची को दफनाया गया होगा। तभी उसे बचाया जा सका।
कोपा थानाध्यक्ष ने गश्ती दल में तैनात एएसआई रविंदर सिंह को मौके पर भेज कर घटना की जानकारी के लिए भेजा तो देखा कि बच्ची को ग्रामीण निकाल कर पानी पिला रहे है। बच्ची काफी जख्मी हालत में थी। कोपा पुलिस ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
घुमाने लेकर आईं थीं मां और नानी
पुलिस ने जब बच्ची से घटना के बारे में जानना चाहा तो उसने बताया कि उसका नाम लाली है और उसके माता पिता का नाम राजू शर्मा उर रेखा देवी है। उसने बताया कि उसकी मां नानी के साथ उसे घुमाने लाई थीं, जिसके बाद उसके साथ यह घटना हुई। बच्ची ने बताया कि मां और नानी ने पहले उसका गला दबाया और मिट्टी में गाड़ने लगे। जब वह चिल्लाई तो उसके मुंह में मिट्टी भर दी। और वहीं मिट्टी में गाड़कर चले गए। पुलिस अब बच्ची के परिजनों की तलाश में जुटी है।