Highlights
- बिहार के मोतिहारी से पकड़ा गया मौलाना अली असगर
- बांग्लादेश के आतंकी संगठन JMB से जुड़े हैं इसके तार
- आतंकी संगठन के मीडिया सेल का हेड था मौलाना
Bihar News: बिहार के मोतिहारी जिले के ढाका थाना क्षेत्र से पकड़ा गया मौलाना अली असगर बांग्लादेश के आतंकी संगठन JMB की अंसारुल इस्लाम से जुड़ा हुआ था। अंसारुल इस्लाम AQIS (अलकायदा इंडिया सब सबकॉन्टिनेंट) के लिए काम करती है। मौलाना असगर अली इंडिया में इसके मीडिया सेल का हेड था। अंसारुल इस्लाम के अलावा JMB की एक दूसरी शाखा भी है जिसका नाम ABT (अंसारुल बांग्लाटीम) है। ये शाखा ISIS के लिए काम करती है। मोतिहारी से पकड़े गए JMB के आतंकी मौलाना असगर अली के तार PFI से भी जुड़ने के संकेत मिले, सुरक्षा एजेंसियों ने असम के बरपेटा से अंसारुल इस्लाम संगठन से ही जुड़े मुकबिल हसन नाम के एक शख्स को पकड़ा है जो PFI का Ex-Member रह चुका है। एक मीटिंग में मौलाना असगर अली और मुकबिल दोनों साथ आये भी थे।
इसके अलावा मौलाना असगर अली का पटना के फुलवारी शरीफ से कनेक्शन भी मिला है। मौलाना असगर अली फुलवारी के किसी मदरसे में 2010 से 2015 तक पढ़ा है। मौलाना असगर के पास से दो लैपटॉप बरामद हुए थे। एक लैपटॉप मदरसे का था और दूसरा उसका पर्सनल लैपटॉप था। पर्सनल लैपटॉप को उसने काफी एडवांसड तरीके से लॉक रखा हुआ था। इसका आधार कार्ड सहारनपुर से बना हुआ है। आधार के अलावा इसके पास दूसरा कोई डॉक्यूमेंट नहीं है।
बीते दिनों फुलवारी शरीफ से भी हुई थी गिरफ्तारी
बिहार पुलिस ने पटना के फुलवारी शरीफ में छापेमारी कर PFI के गिरोह का पर्दाफाश किया। मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया। पुलिस ने बताया कि इस जगह पर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था। फुलवारी शरीफ के ASP मनीष कुमार ने बताया कि नयाटोला में चलाए जा रहे एक कार्यालय में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी झारखंड पुलिस के दरोगा पद से रिटायर है जिसका नाम मोहम्मद जलालुद्दीन है और दूसरे आरोपी का नाम अतहर परवेज है। दोनों आरोपी PFI से जुड़े हुए हैं।
2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की थी प्लानिंग
ASP ने बताया कि जलालुद्दीन पहले स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़ा हुआ था। उन्होंने बताया कि जलालुद्दीन के मकान पर मार्सल आर्ट्स सिखाने के नाम पर आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी और धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए उन्हें उकसाया जाता था। मनीष कुमार ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर की गई छापेमारी के बाद कई दस्तावेज, झंडा, पैंपलेट, बुकलेट बरामद हुए है, जो मिशन से जुड़ा है। कुछ दस्तावेज ऐसे भी मिले हैं जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का जिक्र है।