Highlights
- 'बिहार का अपराध ग्राफ राज्य में बढ़ता रहता है'
- "भाजपा जंगल राज को बिहार वापस नहीं आने देगी"
- विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे नीतीश
Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को कहा कि वह बिहार को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं और उनका लक्ष्य देश को नियंत्रित करना है। सिन्हा का बयान चंदन कुमार के घर का दौरा करने के बाद आया है, जिसे मंगलवार रात बाईपास पुलिस थाने के तहत बड़ी पहाड़ी इलाके में अज्ञात हमलावरों ने अपने प्रॉपर्टी डीलर दोस्त सौरव अभिनंदन के साथ मार डाला था।
कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थ
"नीतीश कुमार बिहार के गृह मंत्री हैं लेकिन वह कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं। फिर भी, वह देश के प्रधानमंत्री बनने के उद्देश्य से दिल्ली की यात्रा पर हैं। बिहार का अपराध ग्राफ राज्य में बढ़ता रहता है लेकिन वह अपनी अति महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।"
भाजपा जंगल राज को बिहार वापस नहीं आने देगी
उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि वह चंदन के बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। सिन्हा ने कहा, "सत्तारूढ़ दलों के समर्थन के बिना, अपराधी इस तरह की भीषण हत्या में शामिल होने की हिम्मत नहीं कर सकते। यह राज्य में एक डरावना माहौल बनाने के लिए एक कार्य है। भाजपा जंगल राज को बिहार वापस नहीं आने देगी।"
विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे नीतीश
बता दें कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में नीतीश कुमार ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली में मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता संजय झा भी मौजूद रहे। केजरीवाल से पहले नीतीश कुमार ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी.राजा से भी उनके पार्टी कार्यालयों में मुलाकात की थी।
केजरीवाल ने किया ट्वीट
मुलाकात के बाद केजरीवाल ने एक ट्वीट किया। ट्वीट में केजरीवाल ने कहा कि ''मेरे घर पधारने के लिए नीतीश जी का बहुत-बहुत शुक्रिया। देश से संबंधित कई गंभीर विषयों - शिक्षा, स्वास्थ्य, ऑपरेशन लोटस, इन लोगों द्वारा खुलेआम MLA की खरीद फरोख्त करके जनता द्वारा चुनी सरकारों को गिराना, भाजपा सरकारों का बढ़ता निरंकुश भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी पर चर्चा हुई।''