Highlights
- कम समय में ज्यादा पैसा कमाने चाहते थे देवर भाभी
- पैसा कमाने के लालच में बच्चा चोरी कर बेचने की योजना बनाई थी
- पुलिस ने छापेमारी कर मिर्जापुर गांव से बच्चे को बरामद कर लिया
Bihar News: बिहार के गोपालगंज जिले में पुलिस ने एक ऐसे देवर-भाभी के गैंग का खुलासा किया है, जो मासूम बच्चों को पहले चॉकलेट देता है फिर पलक झपकते ही उसे किडनैप कर लेता है। ऐसा ही एक मामला बरौली थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां से किडनैप किए गए सत्यम को 2 दिन बाद पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो रिश्ते में देवर-भाभी बताए जाते हैं। पुलिस का दावा है कि सत्यम को बेचने की योजना बना ली गई थी।
जानें क्या है पूरा मामला
बरौली थाने के बढ़ेया मोड़ के पास से कृष्णा कुशवाहा के 3 साल के पुत्र सत्यम कुमार को एक व्यक्ति हर रोज चॉकलेट लाकर देता था। यहां पर बच्चे की मां रेखा देवी परचून की दुकान चलाती थी। बीते 29 जुलाई की शाम में चॉकलेट देने के बहाने ही सत्यम का अपहरण कर लिया गया और अपनी भाभी के पास मिजार्पुर गांव में रख दिया। इधर, अगवा बच्चे की मां रेखा देवी ने काफी खोजबीन की लेकिन जब सत्यम का कोई पता नहीं चला तब थाने में अपहरण की एफआईआर दर्ज कराते हुए चॉकलेट देने वाले व्यक्ति पर आशंका जाहिर की। पुलिस ने छानबीन किया तो मामला अपहरण का निकला।
ज्यादा पैसा कमाने की लालच में बच्चा चोरी कर बेचने की बनाई थी योजना
पुलिस ने रविवार को छापेमारी कर मिर्जापुर गांव से बच्चे को बरामद कर लिया। इस दौरान सोनबरसा पंचायत के आलापुर गांव के रहनेवाले गरजू यादव के पुत्र अमरजीत यादव और इसी गांव के गुड्डू यादव की पत्नी ललीता देवी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने बच्चे को अगवा कर बाहर ले जाकर बेचने का पूरी योजना बता दी। पुलिस ने सत्यम कुमार को सकुशल बरामद करने के बाद उसकी मां रेखा देवी को सौंप दिया है।
गिरफ्तार अमरजीत कुमार और उसकी भाभी ललीता देवी ने पुलिस को बताया कि वे दोनों गांव में नृत्य गान कर परिवार चलाते हैं। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में बच्चा चोरी कर बेचने की योजना बनाई थी। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।