Highlights
- बिहार में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत
- मसुधी इलाके में 10 अगस्त से अब तक सात लोगों की मौत
- बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया था
Bihar News: बिहार के सारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से पिछले 3 दिन में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इसी जिले में शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बीमार हो गए थे। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा, ‘‘मसुधी इलाके में 10 अगस्त से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों का दावा है कि इन लोगों ने जहरीली शराब पी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में पता चल सकता है।’’
संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी
कुमार ने बताया कि शराब बेचने वाले संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पिछले सप्ताह की घटना मेकर थाना अंतर्गत आने वाली फुलवरिया पंचायत की है। इस मामले में थाने के प्रभारी और स्थानीय चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है। बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन, पिछले साल नवंबर के बाद से राज्य में जहरीली शराब से जुड़ी कई घटनाएं हुईं जिनमें 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सीएम नीतीश कुमार ने हालही में दिया था ये बयान
बिहार में आए दिन लोग जहरीली शराब से मर रहे हैं। जबकि, बिहार में शराब पूरी तरह से बैन है। ऐसे में नीतीश कुमार का इन मौतों पर ये कहना कि हमने तो कहा है कि शराब बुरी चीज है पिओगे तो मरोगे। नीतीश कुमार को समझना होगा कि शराब बंदी उन्होंने ही लागू की है और जमीन पर इसको सफल बनाने का दारोमदार भी उन्हीं पर है। ऐसे में वह सिर्फ ये कह कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते कि शराब बुरी चीज है, पिओगे तो मरोगे।
दरअसल, बिहार के छपरा में एक बार फिर से संदिग्ध रूप से पिछले 24 घंटे में पांच लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई थी। इसी बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ये बयान सामने आया था। बिहार के मुख्यमंत्री से जब पत्रकारों ने शुक्रवार को जहरीली शराब से हो रही मौत का प्रश्न किया तो उन्होंने कहा कि हमलोग लगातार समाज सुधार अभियान चला रहे हैं।