पटना: बिहार के खगड़िया जिले में एक सहायक शिक्षिका गुजरात में रहकर 5 महीने से वेतन ले रही है। घटना का पता तब चला जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) राम उदय महतो ने वार्ड नंबर 4 स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में जाकर शिक्षिका सीमा कुमारी को कुछ महीनों से अनुपस्थित पाया। वह इसी विद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर तैनात थी।
आज तक स्कूल नहीं आई टीचर
बीईओ ने बताया कि सितंबर महीने में मूल विद्यालय मध्य विद्यालय भदास से प्राथमिक विद्यालय विद्याधर में प्रतिनियोजन करवाने के बाद सहायक शिक्षिका सीमा कुमारी आज तक स्कूल का मुंह देखने के लिए भी नहीं आई, लेकिन एचएम विकास कुमार उसे उपस्थित दिखाते रहे।
सितंबर 2022 से जारी होता रहा वेतन
उन्होंने कहा, "जब हमने विभाग से पूछताछ की, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि विभाग मासिक वेतन भदस गांव स्थित उसके मूल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा दिखाई गई उपस्थिति के आधार पर जारी कर रहा है।" उन्होंने कहा, "प्राथमिक विद्यालय भादस गांव स्थित उसके मूल विद्यालय में अनुपस्थिति रिपोर्ट भेज रहा था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक विकास कुमार ने उसकी अनुपस्थिति को उपस्थिति में परिवर्तित कर दिया। उसकी उपस्थिति के आधार पर विभाग सितंबर 2022 से उसका वेतन जारी कर रहा था। हमने सीमा कुमारी और विकास कुमार का वेतन रोकने की अनुशंसा के साथ रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। विभाग ने ऐसा किया है।"
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400 से ज्यादा टीचर शिक्षा विभाग के रडार पर
सूत्रों ने कहा है कि 400 से ज्यादा टीचर एक भी दिन स्कूल में काम पर न जाकर प्रतिनियुक्ति हथकंडा अपनाकर वेतन लेने के मामले में शिक्षा विभाग के रडार पर हैं।