गया: बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संयोजक जीतनराम मांझी ने गया के एक कार्यक्रम में अपने बेटे को मिले विभाग पर नाराजगी जताई है। इससे पहले उन्होंने 2 मंत्री पद की मांग की थी। मांझी ने गया में कहा कि 1984 से 2013 तक जब भी मंत्री बने तो सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री बने और अब बेटे संतोष कुमार सुमन को भी मंत्री बनाया गया तो वह भी एससीसीटी कल्याण मंत्री बना। मांझी के इस बयान की सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है।
सीएम बने तो नीतीश कहने लगे कि अपने मन से काम करने लगे: मांझी
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जब हमें सीएम बनाया था तो कहने लगे थे कि मांझी अपने से काम करने लगा। मांझी ने ये बातें गया के वजीरगंज में आयोजित हम पार्टी की गरीब संकल्प सभा में कहीं। उन्होंने कहा कि जब हम सीएम थे, तब पत्रकारों को पेंशन देने की योजना हमने बनाई थी। लेकिन नीतीश कुमार ने उसे काट दिया।
मांझी ने कहा कि हमने बिहार के कई जिलों में प्रेस क्लब बनाने की भी घोषणा की। प्रेस क्लब बन तो गया लेकिन पत्रकारों को आज तक नहीं मिल पाया। इस मौके पर मंत्री संतोष कुमार सुमन,कोंच विधायक अनिल कुमार,बाराचट्टी विधायक ज्योति देवी,सिकंदरा विधायक प्रफुल मांझी सहित कई लोग मौजूद थे।
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