बिहार के जहानाबाद में पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार चार साल पहले ही मर चुका है। आरोपी के परिवार के पास उसका मृत्यू प्रमाण पत्र भी है। यह चार साल पुराना है, लेकिन पुलिस ने आरोपी पप्पू शर्मा को गिरफ्तार करने में अब सफल रही है। 2011 से लेकर 2023 तक पप्पू शर्मा कई आपराधों में शामिल रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी की खबर सामने आने के बाद उसके कई अन्य अपराधों का भी पता चलेगा।
बिहार पुलिस ने पारस बिगहा थाना के सेंधवा गांव के अमिताभ रंजन उर्फ पप्पू शर्मा को गिरफ्तार किया है। पप्पू का 2011 से 2023 तक का विस्तृत आपराधिक इतिहास है। इसने खुद को मृत घोषित कर रखा था। वह कई मामलों में वांछित चल रहा है। सूचना के आधार पर अमिताभ रंजन को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। इसके कुछ साथियों और परिवार के कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के घर से पिस्तौल, कारतूस और राइफल भी बरामद हुआ है।
चार साल पहले बनवाया था फर्जी डेथ सर्टिफिकेट
जहानाबाद एसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह ने पप्पू और उसके परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पूरी कहानी बयां की। उन्होंने बताया कि पप्पू ने 2011 से लेकर 2023 तक कई कांड किए। इस दौरान अधिकतर मामले पारस बिगहा थाना क्षेत्र के हैं। आरोपी ने पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए चार साल पहले डेथ सर्टिफेकिट बनवा लिया था। अपराधिक कार्यों के अलावा पप्पू शर्मा ठगी का काम भी करता था। उसके फर्जी डेथ सर्टिफिकेट के कारण पुलिस को उसके खिलाफ काम करने में भी परेशानी हो रही थी।
झारखंड में भी मामले
पुलिस के अनुसार पप्पू के खिलाफ झारखंड में भी कई मामले दर्ज हैं, लेकिन फर्जी डेथ सर्टिफिकेट के कारण उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस को आरोपी के घर से लाखों का सामान भी मिला है। पुलिस को आशंका है कि यह सामान भी ठगी के जरिए हासिल किया गया होगा। इस मामले में पुलिस ने कुल छह गिरफ्तारियां की हैं और आगे की कार्रवाई कर रही है।