पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के कारण राजस्व में हुई कमी की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाने का फैसला किया गया है।
मोदी ने कहा कि अन्य राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल पर वैट में मूल्यवृद्धि की है। झारखंड में राजद समर्थित झामुमो-कांग्रेस की सरकार ने प्रति लीटर डीजल,पेट्रोल की कीमत में 2.50 रुपए, दिल्ली में डीजल की कीमत में 7.10 रुपए, पंजाब में 2.05 रुपए, तमिलनाडु में पेट्रोल की कीमत में 3.25 रुपए, ओडिशा में 3.11 रुपए और असम में पेट्रोल की कीमत में 5.85 रुपए और डीजल में 5.43 रुपए की वृद्धि की गई है, जबकि बिहार में पेट्रोल व डीजल में यह वृद्धि मात्र 2 रुपए प्रति लीटर की है।
बिहार में प्रति माह पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री से जहां औसतन 500 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह होता था, वहीं अप्रैल, 2020 में यह घटकर 284 करोड़ रुपए रह गया, जो पिछले साल के अप्रैल से 43 फीसदी कम है।
मोदी ने बताया कि बिहार में अभी तक कुल 50563 लोगों का टेस्ट हुआ है, जिसमें 2.95 फीसदी की दर से 1495 पॉजिटिव मामले मिले हैं। लेकिन बिहार में पिछले 24 घंटे में 2007 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें 5.77 फीसदी की दर से 116 पोजिटिव केस मिले हैं। इनमें ज्यादातर माइग्रेंट्स के सैंपल लिए गए हैं।
3 मई के बाद अभी तक 753 माइग्रेंट्स पॉजिटिव मिल चुके है। सबसे ज्यादा दिल्ली से आ रहे लोगों में संक्रमण मिल रहा है। बिहार में कुल 198 कंटेन्मेंट जोन हैं, जिसके अंतर्गत 1764 वार्ड शामिल हैं और 7 लाख 35 हजार घर हैं।
मोदी ने बताया कि बिहार में डबलिंग रेट 8 दिन है, जो समय के साथ घटता बढ़ता है। बिहार में बुधवार को 66 ट्रेनों से करीब 1 लाख लोग आएंगे। आज भी 60 ट्रेनें पहुंच रही हैं। अभी तक जितनी ट्रेनों की प्लानिंग हो चुकी है उसके अनुसार 26 मई तक करीब 8 लाख लोगों को आना है।