नालंदा: बिहार के नालंदा के कुल गांव में बच्चे के बोरवेल में गिरने से हड़कंप मच गया। बच्चे शिवम को बचाने के लिए कई घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और आखिरकार उसे बोरवेल से सुरक्षित निकाल लिया गया है। बिहार के नालंदा जिले के एनडीआरएफ अधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि, हमें उसे बचाने में लगभग 5 घंटे लग गए। बच्चा ठीक है और उसे बचा लिया गया है. उसे अस्पताल भेजा गया है।
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उन्होंने बताया कि अभी बच्चे को स्वास्थ्य जांच के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेजा गया है जहां बच्चे का सही रूप से इलाज कर देखा जाएगा कि कहीं इतनी देर तक 40 फीट नीचे रहने पर बोरवेल के अंदर उसे शारीरिक रूप से किसी तरह की कोई समस्या तो नहीं आई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बोरवेल के अंदर लगातार ऑक्सीजन भेजा जाता रहा। बच्चे ने इस दौरान करीब ढाई सौ से लेकर 300ml दूध भी पी। इसके साथ ही उसने 150 ml पानी भी पीया था।
बच्चे के शरीर को किसी तरह का कोई नुकसान तो नहीं पहुंचा है, इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य की टीम अपने साथ सदर अस्पताल ले गई है। साथ ही बच्चे के माता और पिता भी साथ में गए हैं।
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इस मामले में पहले एक सर्कल अधिकारी का बयान भी सामने आया था। तब उन्होंने कहा था कि, 'हमें सूचना मिली कि एक बच्चा बोरवेल में गिर गया है। हम बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। एनडीआरएफ और बचाव दल मौके पर पहुंचें हैं। बच्चा अभी भी जीवित है, हम उसकी आवाज सुन सकते हैं।'
4 साल है बच्चे की उम्र
बोरवेल में गिरे बच्चे की उम्र 4 साल बताई जा रही है और उसका नाम शिवम है। बोरवेल की गहराई 150 फीट है और ये मामला रविवार सुबह करीब 9.30 बजे का बताया जा रहा है। बच्चा लगातार रो रहा है, जिसे सुनकर बाहर मौजूद भीड़ भी परेशान है। बच्चे को ऑक्सीजन देने के लिए पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा है और बोरवेल के आस-पास खुदाई की जा रही है।
बच्चे के फंसे होने की खबर सामने आने के बाद मौके पर भारी भीड़ मौजूद है। भीड़ को मौके से दूर रखने के लिए रस्सी द्वारा घेराबंदी की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, बच्चा शिवम अपनी मां के साथ खेत में गया था। मां खेतों में काम कर रही थी, इसी दौरान शिवम खेलने लगा और अचानक बोरवेल में गिर गया।
(नालंदा से शिव कुमार की रिपोर्ट)
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