बिहार में जहरीली शराब पीने से कम से कम 80 लोगों की मौत होने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि आरोपी की पहचान राम बाबू महतो के रूप में हुई है, जो बिहार के सारण जिले का निवासी है। बिहार के सारण जिले में इस महीने की शुरुआत में जहरीली शराब पीने से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। बिहार में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है।
बिहार से फरार होकर आया था दिल्ली
दिल्ली पुलिस बिहार में अवैध शराब की आपूर्ति से जुड़े सात मामलों की जांच कर रही है। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि पुलिस को सीक्रेट इनपुट मिला था कि महतो दिल्ली में कहीं छिपा हुआ है। यादव ने कहा, “खबरों के मुताबिक, जहरीली शराब की बिक्री और सेवन से जुड़ी इन दुखद घटनाओं में लगभग 80 लोगों की मौत हुई है। आरोपी राम बाबू महतो इस पूरे प्रकरण में प्रमुख आरोपियों में से एक है।” उन्होंने कहा कि घटना के बाद जब बिहार पुलिस महतो को पकड़ने गई तो वह भागकर दिल्ली आ गया था।
जल्दी पैसा कमाना चाहता था महतो
विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि उसे दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उसकी गिरफ्तारी की जानकारी बिहार पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने कहा कि महतो को राज्य में मद्यनिषेध कानून लागू होने के बाद जल्दी पैसा कमाने का मौका मिल गया और वह जहरीली शराब बनाने और बेचने में शामिल हो गया।
पिछले हफ्ते हुए थे 5 लोग गिरफ्तार
बिहार पुलिस ने पिछले हफ्ते भी बड़ी सफलता हासिल करते हुए सारण जहरीली शराब कांड के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया था कि राज्य पुलिस द्वारा गठित एक विशेष जांच दल ने एक होम्योपैथी कंपाउंडर को पकड़ा, जो जहरीली शराब त्रासदी का आरोपी था। कुमार ने कहा था कि पुलिस ने एक वाहन जब्त किया है, जिसका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश से रसायन लाने और सारण में मसरख और उसके आसपास शराब की आपूर्ति करने के लिए किया जाता था। नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खाली बोतलें भी बरामद की गईं थी।