नीतीश सरकार के एक मंत्री ने अपने बयान से सियासी गलियारों में कुछ देर के लिए चर्चाएं तेज कर दी। मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि वह जेडीयू में नहीं हैं। दरअसल, पार्टी की एक बैठक के पोस्टरों से अपनी तस्वीर गायब होने से मंत्री जी इतना खफा हो गए कि पार्टी छोड़ने तक की बात कह दी।
पार्टी के पोस्टर देखर हुए नाराज
एक कार्यक्रम में पार्टी के पोस्टर को देखकर बिहार सरकार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सोमवार को कहा कि वह 'जेडीयू में नहीं हैं', लेकिन कुछ मिनट बाद ही उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया। मंत्री ने कहा कि उन्होंने यह बात मजाक में कही थी।
पोस्टर में नहीं थी मंत्री की फोटो
77 साल के बिजेंद्र यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। बैठक के दौरान लगाए गए पोस्टरों में अपनी अनुपस्थिति से मंत्री बिजेंद्र यादव स्पष्ट रूप से नाखुश थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैं जनता दल (यूनाइटेड) में नहीं हूं'। हालांकि, कुछ ही मिनटों बाद यादव ने दावा किया कि उन्होंने यह टिप्पणी मजाक में की थी।
कार्यक्रम में पार्टी के विधायक, MLC समेत कई पदाधिकारी मौजूद
बता दें कि 1990 से सुपौल सीट से विधायक रहे बिजेंद्र यादव ऊर्जा और योजना एवं विकास विभागों के मंत्री हैं। पार्टी के विधायकों, एमएलसी और अन्य पदाधिकारियों के साथ वरिष्ठ जेडीयू नेताओं की बैठक सोमवार को वीर चंद पटेल रोड स्थित पार्टी कार्यालय में शुरू हुई।
अंतिम समय में मंत्री को बैठक में बुलाया गया
कार्यक्रम स्थल के बाहर जेडीयू कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री और केंद्र तथा राज्य में पार्टी के अन्य मंत्रियों की तस्वीरों वाले कई पोस्टर लगाए थे। हालांकि, उन पोस्टरों में मंत्री बिजेंद्र यादव की तस्वीर गायब थी। नाम न बताने की शर्त पर पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि यादव इस वजह से नाराज थे। क्योंकि उन्हें अंतिम समय में बैठक में आमंत्रित किया गया था।
डैमेज कंट्रोल करते हुए कहा, मजाक में कही बात
बिजेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे बैठक में क्यों बुलाया गया? 'मैं जेडीयू में नहीं हूं।' हालांकि, इससे पहले कि मामला आगे बढ़ता उन्होंने टिप्पणी की 'मैंने जो कुछ भी कहा… मेरा मतलब यह नहीं था। मैंने यह टिप्पणी मजाक में की थी। मैं पार्टी में पूरी तरह से हूं। हम नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में राज्य में 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।' 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई गई थी।
एजेंसी के इनपुट के साथ