पटना में वेटलिफ्टिंग की महिला रेफरी सह तकनीकी पदाधिकारी के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। दरअसल बिहार वेटिलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में एसोसिएशन की प्लानिंग एंड डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन अरुण कुमार केसरी पर छेड़खानी का आरोप लगा है। महिला रेफरी ने इसे लेकर थाने में आवेदन दिया है। पटना के कंकड़बाग थाने में महिला रेफरी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है। महिला ने बताया कि कार्यालय में बंद कमरे में उसके साथ छेड़खानी की गई।
महिला रेफरी के साथ छेड़छाड़
पीड़ित महिला के मुताबिक रेफरी का काम मांगने पर अरुण कुमार केसरी ने कहा, 'पहले मुझे खुश नहीं करोगी तो किसी मैच में रेफरी में नाम नहीं दूंगा।' महिला ने जब इस हरकत का विरोध किया तो उसके कैरियर को बर्बाद करने की धमकी दी गई। महिला ने पुलिस को लिखित शिकायत में बताया कि कार्यालय का कमरा बंद कर उसके साथ अश्लील हरकत की गई। पीड़िता ने इंडिया टीवी से फोन पर बातचीत में कहा, "मैं किसी तरह बचकर कमरे से भागी। वहां से भागकर मैंने 112 पर फोन किया। पुलिस के आने के ठीक पहले अरुण कुमार केसरी वहां से फरार हो गया।" बता दें कि महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
महिला ने पुलिस से की शिकायत
बता दें कि फिलहाल पीड़िता कैमरे पर बात नहीं करना चाहती है। हालांकि उसने पुलिस में जो लिखित में शिकायत की है, वह चिट्ठी हमारे पास मौजूद है। पीड़िता ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में लिखा, "पिछले कई राज्य एंव राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेरा नाम तकनीकी पदाधिकारी के रूप में नहीं रहने के कारण 4 दिसंबर 2024 की दोपहर 11.13 बजे मैंने अरुण कुमार केसरी को फोन कर पूछा। इसपर उन्होंने मुझे 6 दिसंबर 2024 को कंकड़बाग स्थिति पाटलिपुत्र खेल परिसर आने को कहा। महिला इसके बाद पाटलिपुत्र खेल परिषद स्थिति बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यालय पहुंची। यहां अरुण केसरी कार्यालय में अकेले मौजूद थे थोड़ी देर बात करने के बाद अरुण कुमार केसरी ने कहा कि यदि तुम मुझे कमरे में खुश नहीं करोगी तो किसी प्रतियोगिता में तुम्हारी रेफरी के रूप में नाम नहीं दूंगा।"
आरोपी हुआ फरार
महिला ने आगे लिखा, "अरुण कुमार केसरी ने कहा कि तुम्हारा कैरियर बर्बाद कर दूंगा। इसके बाद अरुण कुमार केसरी ने कार्यालय का कमरा बंद कर दिया और मेरे साथ अश्लील हरकत और जोर जबरदस्ती करने लगे। मेरे द्वारा मना किए जान के उपरांत बी मेरे कपड़े को खोलने का प्रयास किया और जोर जबरदस्ती जारी रखी। मैं जैसे-तैसे वहां से बचकर भागी। इसके बाद तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस की टीम को लेकर मैं कार्यालय ले गई तो अरुण केसरी कार्यालय बंद कर वहां से भाग गए थे।