बिहार के स्कूलों में छात्र किन हालातों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं इसकी आज पोल खुल गई है। दरअसल शिक्षा विभाग के एसीएस द्वारा टोला सेवक को वीडियो कॉल किया गया। इस वीडियो कॉल पर शिक्षा विभाग के एसीएस डॉ. एस सिद्धार्थ ने टोला सेवक को वीडियो कॉल कर उन्हें क्लास दिखाने को कहा। ऐसे में पता चला कि स्कूल से कई शिक्षक गायब हैं। स्कूल में 137 बच्चे हैं लेकिन उनके पास बैठने को ना टेबल कुर्सी है और ना ही शिक्षक स्कूल में मौजूद हैं। हालत तो यूं है कि ड्यूटी के दौरान शिक्षक सब्जी लेने चले गए हैं। दरअसल एस. सिद्धार्थ इन दिनों वीडियो कॉल कर बिहार के स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।
बिहार के स्कूलों की खुली पोल
इसी कड़ी में उन्होंने आज मधुबनी के मुशहरी में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में वीडियो कॉल कर वहां की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने देखा कि स्कूल के बच्चों ने पास बैठने के लिए बेंच-डेस्क तक नहीं है। इतना ही नहीं स्कूल में ड्यूटी में पर तैनात 6 शिक्षकों में कोई भी स्कूल में नहीं था। साथ ही बच्चों के बैठने के लिए एक भी बेंच नहीं है। बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ रहे हैं। बता दें कि स्कूल का जायजा लेने के लिए डॉ. एस सिद्धार्थ ने टोला सेवक को फोन कर स्कूल दिखाने और स्कूलों की जानकारी देने को कहा।
क्लास के दौरान सब्जी लाने गए शिक्षक
इस दौरान वीडियो कॉल पर एस. सिद्धार्थ ने टोला सेवक से सवाल करना शुरू किया तो टोला सेवक ने कहा कि मैं तो सर इस वक्त स्कूल में ही हूं। इसके बाद एस सिद्धार्थ ने टोला सेवक को स्कूल दिखाने को कहा, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि स्कूल के बच्चे फर्श पर बैठे हुए हैं और उनके पास बेंच और डेस्क तक नहीं है। इसके बाद टोला सेवक ने दूसरे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सर दो क्लासरूम है और दोनों की स्थिति ऐसी ही है। टोला सेवक ने आगे हबताया कि स्कूल में कुल 6 शिक्षक हैं। बाकी के शिक्षक नहीं है वह मोतिहारी गए हुए हैं। हालांकि स्कूल में अभी एक शिक्षक और मैं हूं। इसके बाद जब एस. सिद्धार्थ ने उन शिक्षक से बात करवाने को कहा तो टोला सेवक ने कहा कि सर वह शिक्षक अभी सब्जी लाने गए हैं। अभी यहीं थे लेकिन अभी सब्जी लाने गए हैं।