पटना। बिहार में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। बिहार में कोविड-19 के 69 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2643 हो गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या पिछले 10 दिनों में दोगुने से अधिक बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों में से नवादा और पूर्वी चम्पारण में 11-11 और राजधानी पटना में चार नए मामले सामने आए हैं। राज्य में दो और लोगों की मौत के बाद कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या 13 हो गई है। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब 1,859 लोगों का इलाज जारी है और 702 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दी गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोविड-19 से संक्रमित होकर जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। राज्य में सबसे अधिक 200 मामले पटना और फिर रोहतास में 165 मामले सामने आए हैं। बुलेटिन के अनुसार बिहार में कुल मामलों में से 62 प्रतिशत वे प्रवासी हैं, जो मई के पहले सप्ताह से यहां आना शुरू हुए।
दिल्ली से पटना हवाईअड्डे पहुंचा विमान
देश में घरेलू उड़ान सेवा बहाल होने के बाद दिल्ली से रवाना हुआ विमान पटना हवाईअड्डे पर पहुंच गया। करीब दो महीने के बाद पटना हवाईअड्डे पर सुबह करीब सात बजकर 30 मिनट पर पहुंचने वाला यह पहला यात्री विमान है। एक अधिकारी ने बताया कि दूसरा विमान जो मुंबई हवाईअड्डे से यहां सुबह सात बजे पहुंचने वाला था, वह दो घंटा विलंब हो गया। पटना के जय प्रकाश नारायण हवाईअड्डे के निदेशक भूपेश नेगी ने बताया, 'दिल्ली से उड़ान भरने वाला इंडिगो का विमान पटना हवाई अड्डे पर सुबह सात बजे पहुंचा। जबकि मुंबई से पटना आने वाला विमान दो घंटे लेट हो गया।'
नेगी ने बताया कि दिल्ली के लिए यहां से पहला विमान रवाना हो चुका है। देश में कोविड-19 को नियंत्रण में करने के लिए लागू बंद के बाद 25 मई से सभी यात्री विमान सेवा निलंबित कर दी गई थी। नेगी ने कहा कि पटना से 16 विमान रवाना होंगे और यहां 17 विमानों से यात्री पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों की थर्मल जांच हवाई अड्डे पर तैनात चिकित्सीय टीम द्वारा की जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या विमान से राज्य में आ रहे यात्रियों को पृथक रखा जाएगा तो उन्होंने कहा, 'जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि हवाई अड्डे से बाहर आने के बाद यात्रियों को पृथक नहीं किया जाएगा।' हालांकि कुछ राज्यों ने हवाई यात्रियों के लिए अनिवार्य रूप से संस्थानिक पृथक वास रखा है जबकि अन्य ने घरों में ही पृथक रहने को कहा है।