पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक में राज्य में कारोना जांच का आंकड़ा प्रतिदिन एक लाख करने का लक्ष्य बताया था जिसे राज्य में गुरुवार को पूरा कर लिया गया। बिहार में गुरूवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 10 और मरीजों की मौत होने से इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 484 हो गई। वहीं, 3,906 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 94,459 तक पहुंच गई।
बिहार स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में गुरुवार को 1,04,452 सैंपलों की जांच की गई और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 13,77,432 है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में एक लाख से ज्यादा सैम्पलों की जांच निरंतर जारी रहेगी। सभी मेडिकल कलेजों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना प्रक्रियाधीन है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में सभी बेड्स तक और सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में अक्सीजन गैस पाइपलाइन की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। इस तरह से टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ चिकित्सा गुणवत्ता पर भी फोकस किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल बैठक में कहा था कि राज्य में कोरोना जांच की क्षमता बढ़ाने की लगातार कोशिश की जा रही है। राज्य में प्रतिदिन एक लाख जांच करने का लक्ष्य रखा गया है।
इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में 11 जुलाई से रैपिड किट से सैंपल की जांच प्रारंभ कर दी गई है। इसके पूर्व आरटीपीसीआर व ट्रूनेट तकनीक से जांच होती आ रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जांच की गति और तेज करने की कोशिश की जा रही है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 के लिए सरकार द्वारा लगातार पूरी सजगता और तत्परता से सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में जांच की संख्या काफी बढ़ायी गयी है और इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयत्नशील है। ऑन डिमांड टेस्टिंग की जा रही है इसलिए हर इच्छुक व्यक्ति अपना टेस्ट आसानी से करा सकता है। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्च र, अक्सीजन बेड्स की संख्या, वेंटिलेटर्स की संख्या बढ़ायी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई को राज्य में 10,052 नमूनों की जांच की गई थी जबकि दो अगस्त को 35,619 नमूनों की जांच की गई थी। चार अगस्त को राज्य में 38,215 नमूनों की जांच की गई जबकि पांच अगस्त को राज्य में पहली बार 50 हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की गई। इस दिन 51,924 नमूनों की जांच हुई।