नई दिल्ली। पैगसस मामले को लेकर संसद में चल रहे गतिरोध पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि फोन टैपिंग मामले की जांच बिल्कुल होनी चाहिए। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए ताकि जो भी सच्चाई है वह सामने आ जाए। पैगसस मामले पर नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए ताकि जो भी सच्चाई हो वह सामने आ जाए। उपेंद्र कुशवाहा के पीएम मैटेरियल वाले बयान पर नीतीश कुमार ने कहा कि अपनी पार्टी के साथी कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन हमारे बारे में यह सब बोलने की कोई जरूरत नहीं है, हम सेवक हैं, सेवा कर रहे हैं, हमारे मन में ऐसी कोई आकांक्षा, इच्छा नहीं है।
जातिगत जनगणना को लकेर बिहार के सीएम ने कही ये बात
जातिगत जनगणना को लेकर विपक्ष की तरफ से सुझाव आया कि पीएम से मिलना चाहिए। इससे पहले 2019 और 20 में विधानमंडल से प्रस्ताव भी इस संबंध में हम लोग पास कर चुके हैं, आज ही बात कर लेंगे सबों से, पत्र भी लिखेंगे। बीजेपी को भी इंटिमेट किया जा चुका है, क्या करना है, क्या नहीं करना है यह तो केंद्र को तय करना है। सर्वसम्मति का प्रस्ताव है इसे रख देना चाहिए। किसी को एतराज नहीं होना चाहिए। इससे समाज में तनाव नहीं बल्कि खुशी होगी, सबका सेटिस्फेक्शन होगा, सर्वसम्मति से विधानसभा से पास है, ऐसा नहीं है कि किसी जाति को अच्छा लगेगा और किसी को खराब। एक बार हो जाएगा तो अच्छा होगा, इसका फायदा लोगों को और गवर्नेंस में भी होगा, सबके हित में और बेहतर होगा, बिहार सरकार की तरफ से खुद से जनगणना कराए जाने पर कहा कि ये ऑप्शन हमेशा ओपन रहेगा।
जानिए ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात पर क्या बोले नीतीश कुमार
सम्राट चौधरी के बयान पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमने उनके बयान को देखा नहीं है जिस दल में हैं उनसे पूछिए क्या कह रहे हैं, हमको नहीं पता है। गठबंधन तो बढ़िया से चल रहा है, यहां कोई दिक्कत नहीं है, अपनी पार्टी के लोगों से बात करना चाहिए। ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात पर नीतीश कुमार ने कहा- जमाने से उनसे संबंध है, सब एक दल में थे, एक रिश्ता है, त्यागी जी मिलने गए थे उन्होंने बात करवाई थी, उसी समय बता दिया था कि आएंगे, इससे दूसरे किसी को क्या नाराजगी होगी, भले ही राजनीतिक संबंध अभी नहीं है लेकिन एक पुराना व्यक्तिगत संबंध है।