गया: बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। इस चुनाव में प्रशांत किशोर (पीके) की पार्टी जन सुराज ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पहली बार चुनाव लड़ रही जन सुराज पार्टी को चुनाव चिन्ह 'स्कूल बैग' मिला है। पार्टी के चुनाव चिन्ह के बारे में बात करते हुए पीके ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश के 35 साल के राज में बिहार के बच्चों की पीठ से स्कूल का बस्ता निकालकर मजदूरी का बोरा बांध दिया गया है।
प्रशांत किशोर ने बताया कैसे दूर होगी गरीबी
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज की सोच है कि बिहार के लोगों की गरीबी को खत्म करने का रास्ता स्कूल का बस्ता है। रोजगार का रास्ता है स्कूल का बस्ता। बिहार में पलायन अगर रोकना है तो उसका रास्ता है स्कूल का बस्ता। इसलिए जनसुराज का चुनाव चिन्ह है स्कूल का बस्ता है क्योंकि पढ़ाई से ही लोगों का विकास हो सकता है, गरीबी दूर हो सकती है।
प्रशांत किशोर किया था ये खुलासा
इससे पहले जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने खुलासा किया था कि कि वह किसी भी राजनीतिक दल या नेता को चुनावी रणनीतिकार के रूप में सलाह देने के लिए न्यूनतम 100 करोड़ रुपये शुल्क लेते थे। यह खुलासा तब हुआ जब वह 31 अक्टूबर को बिहार के बेलागंज में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
पहली बार चुनाव लड़ रही है जन सुराज
बता दें कि 13 नवंबर को तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। महागठबंधन की तरफ से जहां आरजेडी तीन और सीपीआई (एमएल) एक सीट पर चुनाव लड़ रही है तो एनडीए की तरफ से बीजेपी दो, जेडीयू और हम पार्टी एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। चारों सीटों पर कुल 38 उम्मीदवार हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में उतर रही है। इसलिए सभी की निगाहें जन सुराज पर है। पीके अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वह शनिवार को गया में थे।
इनपुट- ANI