बिहार में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है। बिहार पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फ़ोर्स ने एक संयुक्त अभियान में मदनपुर थाना क्षेत्र के औरंगाबाद के वन क्षेत्र में कई स्थानों पर छिपाए गए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है।
इस अभियान के तहत बरामदगी में मैगजीन के साथ एक 315 बोर की राइफल, अलग-अलग बोर के 3,583 राउंड कारतूस, 4 आईईडी, एक यूबीजीएल माउंट, 2 वायरलेस सेट, एक इंटरसेप्टर, 6 डेटोनेटर, आईईडी के लिए 24 पुल और प्रेशर मैकेनिज्म, 10-15 मीटर कॉर्डटेक्स वायर, 8 मोबाइल फोन, और तमाम नक्सल साहित्य बरामद किया है।
इससे पहले झारखंड और छतीसगढ़ में भी मिली थी सफलता
हाल ही में नक्सल विरोधी अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को बड़ी सफलता मिली थी। जवानों ने झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 14 आईईडी बरामद की थीं। ये सभी आईईडी सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए थे। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपेरशन ग्रेविटास-3 के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और झारखंड पुलिस की टुकड़ियों ने श्रृंखला में लगाए गए 12 आईईडी बरामद किए थे।
CRPF ने मौके पर सभी IED को नष्ट किया
सीआरपीएफ के अनुसार पहले ऑपेरशन में 209 कोबरा और झारखंड पुलिस की टुकड़ियां पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड के घने जंगलों में काम कर रही थीं। जैसे ही वे रेंगराहातु फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से लगभग 2 किमी दूर पहुंचे, क्षेत्र को ध्यान से स्कैन करते हुए जवानों ने जमीन में दबा एक आईईडी बरामद किया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही सैनिकों ने आईईडी से निकलने वाले तारों को ध्यान से ट्रैक किया, उन्हें 11 अन्य आईईडी का पता चला। सभी 12 आईईडी श्रृंखला में जुड़े हुए थे, इसका मतलब है कि उन्हें एक साथ विस्फोट किया जा सकता था। इसके बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया।