Sunday, December 22, 2024
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बिहार में शातिर चोरों पर भारी पड़ी पुलिस, सुरंग के जरिए नहीं हुई थी चोरी, रेलवे ने किया बड़ा खुलासा

बेगूसराय के बरौनी रेलवे यार्ड से चोरी हुए रेलवे इंजन पर प्रशासन बड़ा खुलासा किया है। अधिकारियों ने बताया कि इंजन नहीं डीजल इंजन की चोरी हुई थी। इसके अलावे सुरंग के ऊपर भी बयान दिया है।

Edited By: Ravi Prashant @iamraviprashant
Published : Nov 26, 2022 17:42 IST, Updated : Nov 26, 2022 17:42 IST
रेलवे इंजन के पार्टस चोरी हुए।
Image Source : PIXABAY रेलवे इंजन के पार्टस चोरी हुए।

बिहार के बेगूसराय जिले से अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया। सामान्य चोरी के घटनाओं की खबरें तो मीडिया में आती रहती है लेकिन एक रेलवे इंजन का चोरी हो जाना ये तोड़ा हैरान कर देने वाला मामला है। आप भी पढ़कर चौंक गए होंगे ये किस तरह की खबर है लेकिन ये सच है। बेगूसराय के बरौनी रेलवे यार्ड से कई डीजल लोकोमोटिव इंजन के पुर्जे चोरी हो गई। इसके बाद तो रेलवे प्रशासन के बीज हड़कंप सा मच गया। हालांकि इस मामले के 24 घंटे के भीतर रेलवे ने दावा किया है कि 95 फीसदी पूर्जे बरामद कर लिए गए हैं।  

95 फीसदी पूर्जे हुए बरामद 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) बीरेंद्र कुमार ने बताया कि उक्त मामले में अब तक कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि चोरी किए गए लगभग 95 फीसदी सामान अब तक बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के कुछ स्थानों से चोरी किए गए रेलवे के सामान का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा बरामद कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि मुख्य रूप से चोरों ने डीजल इंजनों के ट्रैक्शन मोटर्स से महंगे तांबे के केबल चुरा लिए।

पुराने डीजल इंजनों के पार्टस हुए चोरी
बिजली वाले इंजनों के कारण उपयोग में नहीं होने वाले कई पुराने डीजल इंजन को शेड में रखा गया है। सीपीआरओ ने कहा कि इन इंजन को स्पेयर के रूप में रखा गया था, क्योंकि लगभग 90 प्रतिशत रेलवे खंड का विद्युतीकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि इन इंजन का गैर डीजल क्षेत्रों में बहुत कम उपयोग किया जाता है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि चोरों ने इंजन के केवल भारी हिस्से चुराए, पूरे इंजन को नहीं (जो मानवीय रूप से संभव नहीं है) जैसा कि कुछ मीडिया खबरों में बताया गया है। लेकिन सीपीआरओ ने यह नहीं बताया कि शेड में खड़े कितने इंजन में चोरी की गई।

सुरंग नहीं गई थी खोदी 
बीरेंद्र कुमार ने भी स्पष्ट किया कि चोरों ने यार्ड के लिए सुरंग नहीं खोदी थी जैसा कि कुछ मीडिया हाउस की खबरों में कहा गया था। उन्होंने संभावना जताई कि टूटी चहारदीवारी को फांदकर चोर यार्ड में प्रवेश किए होंगे। यह भी आशंका जताई जा रही है कि वे (चोर) चहारदीवारी के निचले हिस्से को तोड़कर यार्ड में घुसे होंगे। फिलहाल यार्ड के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बहुत जल्द और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। पिछले सप्ताह बरौनी थाने में गरहरा यार्ड में मरम्मत के लिए लाए गए डीजल इंजन की चोरी का मामला दर्ज किया गया था।

इन जगहों से पूर्जे किए गये बरामद 
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उनके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर मुजफ्फरपुर जिले के प्रभात नगर इलाके में एक स्क्रैप गोदाम में तलाशी ली गई और ट्रेन के पुर्जों से भरे 13 बोरे पाए गए। उन्होंने कहा कि स्क्रैप गोदाम के मालिक की तलाश जारी है। बरामद वस्तुओं में इंजन के पुर्जे, पहिए और भारी लोहे से बने अन्य उपकरण शामिल हैं। अधिकारी ने कहा था कि यह गिरोह स्टील के पुलों को खोलने और उनके पुर्जे चुराने में भी शामिल है। पिछले साल समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक रेलवे इंजीनियर को पूर्णिया कोर्ट परिसर में रखे पुराने स्टीम इंजन को बेचने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था।

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