पटना: नवगठित बिहार विधानसभा के पहले सत्र के चौथे दिन गुरुवार को राज्यपाल फागू चौहान के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। इस दौरान राज्यपाल ने संभावना जताते हुए कहा कि सरकार समावेशी विकास के रास्ते पर चलते हुए विकसित बिहार बनाने की ओर अग्रसर होगी। राज्यपाल फागू चौहान ने जैसे ही अपने अभिभाषण की शुरूआत की वैसे ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और अंत तक हंगामा करते रहे। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच राज्यपाल ने सरकार की रूपरेखा रखी और सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि जनता ने विकास के नाम पर सरकार को चुना है। अपराध, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए सरकार काम कर रही है। उन्होंने विकास योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि बिना किसी भेदभाव के लोगों की मदद की जा रही है, जिसमें केंद्र सरकार का भी सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कार्य किए गए हैं तथा राज्य में सामाजिक सौहार्द का वातावरण भी बना है। कोरोना काल की चर्चा करते हुए राज्यपाल चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केंद्र से भी काफी सहायता मिली। कोरोना के दौरान सरकार ने बेहतर काम किया। बिहार में वंचित परिवारों को राहत दी गई। लाखों लोगों को राशन कार्ड बना कर राहत पहुंचाई गई।उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य में विकास सरकार की प्राथमिकता है।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कृषि के विकास की चर्चा करते हुए कहा, "कृषि के क्षेत्र में भी राज्य सरकार बेहतर काम कर रही है। बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है यहां जैविक खेती को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है, किसानों के लिए इसके लिए प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।" इससे पहले विधानसभा पहुंचने पर राज्यपाल का विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आगवानी की।