बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी कल शिक्षा विभाग ने एक नया प्रयोग किया। गुरुवार को शिक्षकों का औचक निरीक्षण व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिये किया गया। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) एस सिद्धार्थ ने पटना से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित 10 स्कूलों में अचानक वीडियो कॉल करके शिक्षक से लोकेशन दिखाने को कहा। साथ ही उन्होंने पढ़ाई-लिखाई की जानकारी भी मांगी। इसके बाद उन्होंने घोषणा भी की कि वो रोजाना 10 स्कूलों में वीडियो कॉल करेंगे। इसके लिए उन्होंने अपना नंबर भी सार्वजनिक किया है।
स्कूलों की वीडियो कॉल से मॉनिटरिंग
एस. सिद्धार्थ ने सबसे पहले पश्चिम चंपारण जिले के राजकीय मध्य विद्यालय, भीतहा में वीडियो कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले शिक्षक इमाम कौसर थे। सिद्धार्थ ने उनसे एक दूसरे शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी के बारे में भी पूछ तो कौसर ने बताया कि अंसारी कक्षा ले रहे हैं। इसके बाद सिद्धार्थ ने कहा कि फोन अंसारी की कक्षा में लेकर जाएं। इस दौरान उन्होंने कौसर से पूछा कि वो बाहर क्या कर रहे थे जिस पर कौसर ने सफाई दी कि वो क्लास में ही थे, फोन आने पर बाहर आए थे।
इसके बाद अब्दुल वहाब अंसारी से भी सिद्धार्थ की बात हुई। सिद्धार्थ ने उनसे उपस्थित बच्चों की संख्या, कक्षा और स्कूल की मरम्मत के बारे में पूछा। जिस पर अंसारी ने बताया कि छठी कक्षा में 28 बच्चे मौजूद हैं। सिद्धार्थ ने बच्चों को कैमरे पर दिखाने को कहा। क्लासरूम में लड़कियों की संख्या ज्यादा देखकर उन्होंने पूछा कि लड़कों की संख्या कम क्यों है। स्कूल की मरम्मत के बारे में पूछने पर अंसारी ने हेडमास्टर को बुलाया तो उन्होंने बताया कि फर्श की मरम्मत हो चुकी है।
हेडमास्टर को लगाई फटकार
एस सिद्धार्थ ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि उनके विभागीय मोबाइल नंबर से प्रतिदिन विद्यालय अवधि के दौरान प्रदेश के किन्हीं 10 स्कूलों के शिक्षकों को फोन जाएगा। फोन वीडियो कॉल के रूप में जाएगा और इस वीडियो कॉल को उठाना अनिवार्य है।
इसी क्रम में गुरुवार को डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने कई विद्यालयों में रेंडम फोन किया। एस सिद्धार्थ ने समसा पूर्वी मध्य विद्यालय में वीडियो कॉल कर हेडमास्टर को पूरे स्कूल को दिखाने को कहा। स्कूल में बच्चों की कम उपस्थिति पर चिंता जाहिर की। एस सिद्धार्थ ने हेडमास्टर से पूछा कि नामांकित बच्चों की संख्या और उपस्थित बच्चों की संख्या में अंतर क्यों है?
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