Friday, November 15, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. बिहार
  3. बिहार : ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को ठगने के आरोप में 3 गिरफ्तार

बिहार : ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को ठगने के आरोप में 3 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने बिहार के नालंदा और शेखपुरा जिलों से तीन साइबर अपराधियों और एक किशोर को कोविड महामारी की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के बहाने लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

Reported by: IANS
Published on: June 03, 2021 13:55 IST
बिहार : ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को ठगने के आरोप में 3 गिरफ्तार- India TV Hindi
Image Source : PTI (प्रतिकात्मक तस्वीर) बिहार : ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को ठगने के आरोप में 3 गिरफ्तार

नई दिल्ली:  दिल्ली पुलिस ने बिहार के नालंदा और शेखपुरा जिलों से तीन साइबर अपराधियों और एक किशोर को कोविड महामारी की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के बहाने लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बालेंद्र चौधरी, गोपाल, कामेश्वर प्रसाद और एक किशोर के रूप में हुई है।

हाल के दिनों में बिहार के नालंदा से इस तरह की यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने छोटे चौधरी गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारियां दिल्ली पुलिस के दक्षिण जिले की साइबर सेल पुलिस ने की।

पुलिस ने 15 मोबाइल फोन, 13 फर्जी सिम कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, चार फर्जी आधार कार्ड, दो फर्जी पैन कार्ड, पांच बैंक पासबुक और एक पोस्ट ऑफिस सेविंग पासबुक बरामद किया है।

गिरफ्तारी हरलीन कौर की शिकायत पर की गई थी, जिसने पुलिस से यह कहते हुए संपर्क किया था कि उसके पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उसे ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता थी।

कौर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए एक मोबाइल नंबर मिला था। उसने नंबर पर कॉल किया और पंकज के रूप में अपना नाम बताने वाले एक व्यक्ति ने वादा किया कि वह प्रत्येक सिलेंडर के लिए 7,500 रुपये के अग्रिम भुगतान पर ऑक्सीजन गैस सिलेंडर प्रदान कर सकता है और भुगतान स्थानांतरित करने के लिए एक बैंक खाता नंबर भी प्रदान किया।

उसके बाद उसने दो ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए बैंक खाते में अग्रिम भुगतान के रूप में 15,000 रुपये स्थानांतरित कर दिए, लेकिन उसे ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला और आरोपी ने उसके बाद शिकायतकर्ता के फोन कॉल प्राप्त करना बंद कर दिया।

ग्रेटर कैलाश पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था और इसी तरह की कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं।

अधिकारी ने बताया कि ग्रेटर कैलाश थाने और चितरंजन पार्क के साइबर सेल की संयुक्त टीम अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए गठित की गई है।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि टीम ने तकनीकी जांच की और कथित धोखाधड़ी का विवरण प्राप्त किया गया और उसका विश्लेषण किया गया।

अधिकारी ने कहा, "मोबाइल नंबर पर कॉल करने की लोकेशन नालंदा, बिहार में मिली और आरोपी का अकाउंट भी नालंदा का ही था।"

"संयुक्त टीम नालंदा पहुंची। सूचना को आगे विकसित किया गया और स्थानीय स्रोतों के साथ साझा किया गया, जिसके बाद चार संदिग्धों की पहचान की गई। तदनुसार, तकनीकी सहायता और स्थानीय पुलिस स्टेशनों की मदद से छापे मारे गए और चार आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।"

पुलिस अधिकारी ने ठगों के तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि सभी आरोपी एक संगठित सिंडिकेट के सदस्य हैं, जो उन लोगों को ठगते हैं जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होती है।उन्होंने कहा कि इस सिंडिकेट में हर व्यक्ति अपनी भूमिका निभाता है।

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें बिहार सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement