पटना: लोकसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। लेकिन बिहार में एनडीए का टिकट बंटवारा अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के सभी दलों में खींचातान मची हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज शाम को दिल्ली आ रहे हैं। यहां उनकी बीजेपी नेताओं से मुलाकात होने वाली है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया जाएगा। हालांकि एनडीए की अंदरखाने की राजनीति में अभी शांति दिखाई पड़ रही है, लेकिन यहां ज्यादा समय तक रहने वाली नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण सीट बंटवारा ही है।
अभी तक ये फ़ॉर्मूला हुआ है तय
माना जा रहा है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 17 पर बीजेपी, 16 पर जेडीयू, 5 चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), एक-एक सीट जीतन राम मांझी की हम, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को मिल सकती हैं। एनडीए में अभी मुकेश सहनी को लेकर अभी तस्वीर साफ़ नहीं हुई है। वहीं पशुपति कुमार पारस को लेकर भी अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। इन्हीं कयासों के आधार पर पशुपति पारस ने पिछले दिनों प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने सभी दरवाजे खुले रहने की बात कही थी।
बिहार एनडीए में टूट के कयास
माना जा रहा है कि सीट बंटवारे के ऐलान के बाद बिहार एनडीए में टूट होगी। जिसको अपने मन मुताबिक सीटें नहीं मिलेंगी, वह एनडीए का साथ छोड़ सकता है। इंडिया गठबंधन भी इसी मौके की तलाश में बैठा है। उसे उम्मीद है कि जो भी एनडीए से टूटेगा वह इंडिया गठबंधन में शामिल होगा। इस टूट के कयास इसलिए भी ज्यादा लगाए जा रहे हैं क्योंकि पशुपति पारस अपने तेवर दिखा चुके हैं। बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों चुनाव लड़ना चाहते हैं।
चिराग के ऐलान के बाद बिगड़ा पशुपति पारस का मिजाज
दोनों नेताओं की यह मंशा बीजेपी के नेताओं को भी मालूम है। पिछले दिनों बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद चिराग ने कहा भी था कि उनकी बात हो गई है और वह हाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद पशुपति ने भी हाजीपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे साथ न्याय नहीं हो रहा है और अगर ऐसा ही रहा तो वह दूसरे रास्ते पर चलने के लिए तैयार हैं। उनकी यह बात भी बीजेपी के शीर्ष नेताओं को पास पहुंची होगी और माना जा रहा है कि आज दिल्ली में होने वाली बैठक पर इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।