पटना: बिहार इकाई के कांग्रेस नेताओं ने लालू प्रसाद यादव द्वारा पार्टी प्रभारी भक्त चरण दास के नाम का जानबूझकर गलत उच्चारण करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, वहीं भक्त चरण दास ने सोमवार को कहा कि वह देश के एक सम्मानित वरिष्ठ नेता हैं और उनके बड़े भाई की तरह हैं। दास ने कहा, "लालू प्रसाद मेरे बारे में जो चाहें कह सकते हैं, लेकिन मैं हमेशा उन्हें अपना सम्मान दूंगा। मैंने पहले भी ऐसा किया था और अब भी कर रहा हूं और भविष्य में भी करता रहूंगा।"
दास ने आगे कहा, “लालू यादव बड़े आदमी हैं गाली दे सकते हैं, हम तो छोटे आदमी हैं हम गाली क्या दें। लालू जी को अगर सबकुछ आता है तो ठीक है, बिहार में जो आज गरीबों और मजदूरों की दशा है वो कोई भी जाति से क्यों ना हो, जो पिछड़े यादव हैं उनकी शिक्षा देखें, आर्थिक प्रगति देखें, उनकी सामाजिक न्याय की बात करें तो क्या जो उनकी उम्मीद थी उन्हें मिला? लालू जी कई बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं हमारे बड़े भाई हैं और अगर उनका बेटा भी मुख्यमंत्री बने तो कोई बात नहीं, मेरा मकसद होता है कि जो पिछड़ा यादव है उसका कल्याण हुआ या नहीं उसको देखें।
दास ने कहा, ''लालू प्रसाद और उनकी पार्टी ने लंबे समय तक राज्य पर शासन किया था। उन्होंने हमेशा दावा किया कि वह समाज में पिछड़े वर्गों और हाशिए के लोगों के नेता हैं। कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन अब टूट गया है। कांग्रेस पार्टी अगले संसदीय चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।''
रविवार को लालू प्रसाद यादव ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास पर निशाना साधा। राजद ने कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए 70 सीटें दी थीं और बाद में वह केवल 19 सीटें जीतने में सफल रहे।
लालू ने नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान गलत तरीके से भक्त चरण दास के नाम का भी उच्चारण किया। लालू ने भक्त चरण दास को लेकर ठेठ भाषा में कहा कि वह भकचोंधर (अज्ञानी या मूर्ख) हैं। इसी शब्द को लेकर अब बवाल मचा हुआ है।