औरंगाबाद: नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश को गुलामी की जंजीर से मुक्त कराने के लिए एक नारा दिया कि ''तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हे आजादी दूंगा।'' नेताजी के आह्वान का असर यह हुआ कि मातृभूमि पर अपनी जान को कुर्बान होने के लिए लाखों युवा उनके साथ जुड़े और आजाद हिंद फौज का निर्माण हुआ। फिर देश की आजादी में आजाद हिंद की निर्णायक भूमिका रही। ठीक उसी तर्ज पर औरंगाबाद में भी एक शादी ऐसी हुई जहां दूल्हे ने यह शर्त रख दी कि तुम मुझे खून दो और मैं आपके घर बारात लाऊंगा। यहां खून देने का तात्पर्य रक्तदान से था और दुल्हन के घर वालों ने इसे सहर्ष स्वीकार भी किया। फिर काफी हर्षोल्लास से न सिर्फ शादी हुई बल्कि बाराती और सरातियों ने जमकर रक्तदान किया और 70 यूनिट से अधिक रक्त पटना के ब्लड बैंक को सुपुर्द किया जिससे रक्त की कमी से जूझ रहे लोगों की जान बच सके। जिले में आयोजित इस शादी की जमकर चर्चा हो रही है।
औरंगाबाद जिले के हसपुरा का है मामला
यह मामला औरंगाबाद जिले के हसपुरा का है जहां सोमवार की रात हसपुरा के अनीश और आरा की सिमरन ने एक-दूसरे को जयमाला डालकर दांपत्य जीवन में प्रवेश किया। मिली जानकारी के अनुसार हसपुरा के अनीश अपने इलाके में रक्तवीर के रूप में जाने जाते है और उनकी कोशिश रहती है कि हर अवसर पर रक्तदान कराकर इस अवसर को बेहद ही खास बनाया जाए जहां दो परिवार की खुशियों के साथ-साथ वैसे परिवार की खुशियां भी शामिल हो जिसके किसी खास की जान रक्तदान किए जाने वाले ब्लड से बची हो।
70 से ज्यादा लोगों ने किया रक्तदान
अनीश और उनकी होने वाली पत्नी जो एक समाजसेवी भी हैं, उन्होंने यह विचार किया कि अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए शादी के मौके पर बाराती और सराती के लोगों से रक्तदान कराया जाए। बातें हुई और इसकी चर्चा परिवार के भी सदस्यों के साथ भी की गई। उसके बाद शादी कार्ड छपवाए गए जिसमे शगुन के तौर पर ब्लड डोनेशन की अपील की गई। इसके लिए पटना के निरामया ब्लड बैंक डायरेक्टर डॉ.राकेश रंजन आए और उन्होंने इस शुभ मुहूर्त पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया और इस दौरान 70 से अधिक लोगों ने न सिर्फ रक्तदान किया बल्कि इसके प्रति जागरूक भी हुए। डॉक्टर राकेश ने कहा कि उन्होंने जीवन में पहली बार ऐसा ब्लड डोनेशन लगाया है।
दुल्हन की भाभी ने क्या कहा?
अनीश और सिमरन के शादी समारोह के दौरान आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में दुल्हन के भाई हिमेश केसरी, बहन सुनीता केसरी, भाभी रेखा केसरी, भईया अभिषेक केसरी ने रक्तदान किया और काफी खुशी की अनुभूति की। दुल्हन की भाभी रेखा केसरी ने बताया कि वह साधारण गृहणी हैं और जीवन में पहली बार रक्तदान कर रही है। उन्होंने कहा कि अपनी ननद की शादी में इससे बड़ा गिफ्ट वह नहीं दे सकती थी।
इस रक्तदान शिविर में रक्तवीर सुबोध कुमार यादव, प्रिन्स सिंह, राजेश गुप्ता, विवेक मिश्रा और इनकी पत्नी कविता मिश्रा इस अनोखी शादी का गवाह बनने आए थे। ब्लड बैंक के गणेश कुमार भगत और इनकी टीम ने कहा कि काश ऐसे आयोजन हर शादी समारोह में हो ताकि रक्त की कमी से किसी की जान न जा पाए।
(रिपोर्ट- किशोर प्रियदर्शी)
यह भी पढ़ें-