पटना: बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने सोमवार को दो दशक में सातवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जैसे राजग के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
69 वर्षीय नीतीश कुमार के साथ भाजपा विधानमंडल दल के नेता एवं कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद, उपनेता एवं बेतिया से विधायक रेणु देवी ने भी शपथ ग्रहण की। समझा जाता है कि तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। भाजपा कोटे से सात विधायकों और जनता दल (यू) कोटे से पांच विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
इसके अलावा ‘हम’ पार्टी से संतोष कुमार सुमन और वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस बार भाजपा से कई बड़े चेहरों को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला, जिसमें सुशील कुमार मोदी, नंद किशोर यादव और प्रेम कुमार शामिल हैं। नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में शपथ लेने वालों में जद(यू) कोटे से विजय कुमार चौधरी का नाम प्रमुख है।
इसके अलावा सुपौल से जद(यू) विधायक बिजेन्द्र प्रसाद यादव, जद(यू) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधान पार्षद अशोक चौधरी, तारापुर से विधायक मेवालाल चौधरी तथा पुलपरास से विधायक शीला कुमारी शामिल हैं। भाजपा के कोटे से नीतीश सरकार में वरिष्ठ नेता एवं विधान पार्षद मंगल पांडे ने शपथ ग्रहण की। पांडे पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे।
इसके अलावा आरा से भाजपा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह तथा राजनगर से विधायक रामप्रीत पासवान ने भी शपथ ग्रहण की। रामप्रीत पासवान ने मैथिली में शपथ ली। वहीं, नीतीश सरकार में दरभंगा के जाले सीट से विधायक जीवेश कुमार ने भी मैथिली में शपथ ली। औराई से भाजपा विधायक रामसूरत राय ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा से जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन ने शपथ ग्रहण की। वहीं, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। सहनी ने इस बार सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वे चुनाव हार गए थे। वीआईपी पार्टी को चुनाव में चार सीटें मिलीं।
बिहार में हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में राजग को 125 सीटें मिलीं जिसमें नीतीश कुमार की जद(यू) को 43 जबकि भाजपा को जद(यू) से 31 सीट अधिक (74 सीट) हासिल हुईं ।